पलक्कड़, केरल : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक केरल के पलक्कड़ में शनिवार से शुरू हो गई है। बैठक 2 सितंबर तक चलेगी। अखिल भारतीय समन्वय बैठक में पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत, माननीय सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य अखिल भारतीय पदाधिकारी उपस्थित हैं।
बैठक में राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका मा. शान्तका जी, प्रमुख कार्यवाहिका सीता अन्नदानम, वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष श्री सत्येन्द्र सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष ले. जनरल (सेनि) वी. के. चतुर्वेदी, अ. भा. ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार, महामंत्री श्री बजरंग बागड़ा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, महामंत्री संगठन श्री बी एल संतोष, विद्या भारती के अध्यक्ष श्री रामकृष्ण राव, भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष श्री हिरणम्य पण्ड्या, आरोग्य भारती के अध्यक्ष डा.राकेश पंडित सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी तथा सभी संगठनों की महिला प्रतिनिधि सहित लगभग 300 कार्यकर्ता उपस्थित हैं। तीन दिवसीय यह अखिल भारतीय बैठक सामान्यतः वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है।
बैठक के प्रारंभ में हाल ही में वायनाड में हुए भूस्खलन की जानकारी और स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सहायता व सेवा कार्यों की जानकारी सभी प्रतिनिधियों को दी गई। बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान करेंगे। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्यान्य आयामों, योजनाओं के संदर्भ में बैठक में चर्चा होगी। सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने हेतु आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे।
केरल में अखिल भारतीय समन्वय बैठक पहली बार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, सुनील आंबेकर बताया कि बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श होगा। संघ प्रेरित संगठनों के दृष्टिकोण और जमीनी स्तर के अनुभवों पर चर्चा की जाएगी ताकि एक एकीकृत राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य तैयार किया जा सके। हालांकि कई संगठन संघ से प्रेरित हैं, लेकिन समय के साथ उनका आत्मनिर्भर होकर संगठन का विस्तार करना सामान्य बात है। संघ की देशभर में 73,000 शाखाएँ हैं, लेकिन संघ की सफलता का आकलन करना कठिन है क्योंकि हमारा ध्यान सामाजिक परिवर्तन पर केंद्रित है। केरल में पहले भी कई अखिल भारतीय स्तर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अखिल भारतीय समन्वय बैठक पहली बार हो रही है।
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