नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी क्रूरता का परिचय देते हुए गुरुवार रात को जनजातीय समुदाय के एक युवक की हत्या कर दी। मृतक की पहचान दिनेश कुमार मंडावी के रूप में हुई है, जो धनोरा थाना क्षेत्र के तिमरी गांव का रहने वाला था। इस हत्या के पीछे नक्सलियों ने मृतक पर मुखबिरी का आरोप लगाया है।
घटना का विवरण
घटना उस समय घटी जब दिनेश कुमार मंडावी अपनी रिश्तेदारी में एक शादी से लौट रहा था। नक्सलियों ने पहले से ही घात लगाकर उसे रास्ते में रोक लिया और पूछताछ करने लगे। अंधेरे का फायदा उठाते हुए, नक्सलियों ने उसे दूर ले जाकर गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद नक्सलियों ने वहां एक पर्चा भी छोड़ा, जिसमें गंगालूर एरिया कमेटी ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है।
नक्सलियों की बौखलाहट और निर्दोषों पर कहर
बीजापुर और आसपास के इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे उन्मूलन अभियान से नक्सलियों में बौखलाहट बढ़ती जा रही है। इसके परिणामस्वरूप वे निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं। दिनेश कुमार मंडावी की हत्या इसी बौखलाहट का नतीजा है। नक्सलियों द्वारा इस तरह की हत्या और धमकियों से इलाके के लोग दहशत में हैं और उनके जीवन पर संकट मंडरा रहा है।
परिजनों की प्रतिक्रिया और पुलिस की जांच
घटना की सूचना मिलने पर परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर नक्सली समस्या की गंभीरता को उजागर किया है और प्रशासन को चुनौती दी है कि वह कैसे इन निर्दोष ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
इलाके में दहशत और प्रशासन की चुनौती
नक्सली गतिविधियों के कारण बीजापुर और उसके आसपास के क्षेत्र पहले से ही संवेदनशील बने हुए हैं। इस तरह की घटनाएं स्थानीय लोगों के मन में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर देती हैं। इसी वजह नक्सलियों द्वारा बार-बार निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बनाया जाता है। वहीं सरकार और सुरक्षाबल पर इन इलाकों में शांति और सुरक्षा बहाल करने की कोशिशों में लगे हैं, जिसमे वे काफी हद तक सफल भी हो रहे हैं।
फिलहाल, पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना के संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है। इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
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