पिछले कुछ ओलंपिक खेलों में भारतीय एथलीटों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पेरिस ओलंपिक में भले ही भारतीय एथलीट टोक्यो ओलंपिक के बराबर पदक नहीं जीत सके, पर 6 इवेंट ऐसे रहे, जिनमें भारत चौथे स्थान पर रहा। इस बार 117 सदस्यीय दल पेरिस गया था। इनमें 72 खिलाड़ियों ने पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लिया। इन्होंने कुल 16 खेलों में भाग लिया और 11 खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, स्वप्निल कुसाले, अमन सहरावत और भारतीय हॉकी टीम पदक जीतने में सफल रही।
खासतौर से मनु भाकर एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन गई हैं। वे निशानेबाजी में तीसरा पदक मात्र 0.1 अंक से चूक गईं। वहीं, नीरज चोपड़ा ने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीता। हालांकि वे स्वर्ण पदक से चूक गए। अमन सहरावत का कांस्य पदक जीतना भी महत्वपूर्ण रहा। महज 21 वर्ष की उम्र में ओलंपिक में पदक जीतने वाले अमन देश के सबसे युवा पहलवान बन गए हैं। उन्होंने बजरंग पूनिया और रवि दहिया जैसे दिग्गज पहलवानों को हराते हुए पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। भारतीय हॉकी टीम ने 52 वर्ष बाद लगातार दो ओलंपिक में पदक जीत कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले भारत ने 1968 और 1972 ओलंपिक में लगातार दो कांस्य पदक जीते थे।
सरकार ने ओलंपिक खिलाड़ियों पर 470 करोड़ रुपये खर्च किए। नीरज चोपड़ा पर सर्वाधिक 5.72 करोड़ रुपये, एथलीटों पर 96.08 करोड़, मनु भाकर पर 1.68 करोड़ और बैडमिंटन खिलाड़ियों पर 72 करोड़ रुपये खर्च किए गए। नरेंद्र मोदी सरकार खेलों और खिलाड़ियों को न केवल प्रोत्साहन दे रही है, बल्कि उन्हें हर सुविधा भी दे रही है। भारत में 2014 से पहले खेलों को लेकर सरकारें गंभीर नहीं थीं, बस रस्म अदायगी होती थी। खिलाड़ी को स्वयं अपने प्रदर्शन को लेकर जूझना होता था। ओलंपिक में खिलाड़ियों को कोई भी विशेष सपोर्ट स्टाफ नहीं मिलता था।
लंदन ओलंपिक (2012) में भारतीय एथलीटों को एक कोच और फिजियो मिला था। लेकिन केन्द्र में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद सब कुछ बदल गया। 2016 से ओलंपिक में एथलीटों को तीन-तीन कोच उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें दिमागी सेहत के कोच भी शामिल हैं। साथ ही, खिलाड़ियों को विदेशों में प्रशिक्षण और उनकी पसंद के कोच भी उपलब्ध कराए गए। सरकार ने देश के बेहतरीन चिकित्सकों को खिलाड़ियों के दल के साथ भेजा। अब भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए प्रयासरत है। इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मंचों पर इसका जिक्र भी कर चुके हैं।
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