प्रदर्शन बहाना, हसीना को सत्ता से था हटाना: खालिदा जिया होंगी रिहा, बैठक में जमात-ए-इस्लामी शामिल, 6 माह पहले रची साजिश
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

प्रदर्शन बहाना, हसीना को सत्ता से था हटाना: खालिदा जिया होंगी रिहा, बैठक में जमात-ए-इस्लामी शामिल, 6 माह पहले रची साजिश

प्रदर्शन महज बहाना था। असली मकसद शेख हसीना को सत्ता से हटाना था। इसकी रूपरेखा करीब छह महीने पहले बना ली गई थी और इसकी साजिश तभी से रची जा रही थी। इसमें जमात ए इस्लामी शामिल है

by Sudhir Kumar Pandey
Aug 6, 2024, 08:40 am IST
in विश्व
शेख हसीना

शेख हसीना

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश को छोड़ दिया। उनका विमान भारत के हिंडन एयरबेस पर उतरा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक भारत के एनएसए अजित डोभाल ने शेख हसीना से मुलाकात की। शेख हसीना सोमवार रात हिंडन एयरबेस पर ही रुकीं। वहीं, बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने विपक्षी नेता खालिदा जिया को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन होने तक सत्ता सेना के हाथ में है।

सोमवार को बांग्लादेश का राजनीतिक घटनाक्रम बहुत तेजी से बदला। उन्मादी भीड़ प्रधानमंत्री आवास में घुस गई और शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। इसके बाद रात में राष्ट्रपति की प्रेस टीम ने बयान जारी किया कि शहाबुद्दीन के नेतृत्व में एक बैठक हुई। इसमें बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया को तुरंत रिहा करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। बैठक में सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख और बीएनपी, जमात-ए-इस्लामी पार्टी सहित कई विपक्षी दलों के बड़े नेता शामिल थे। बता दें कि जमात ए इस्लामी कट्टरवादी संगठन है और शेख हसीना की सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया था।

इसी जमात ए इस्लामी ने पाकिस्तानी सेना और रजाकारों के साथ मिलकर में 1971 पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में अत्याचार किए थे। और अब वह नई सरकार के गठन के लिए हुई बैठक में शामिल थी। खालिदा जिया का झुकाव जमात की तरफ है और वह चीन और पाकिस्तान की भी निकट हैं।

शेख हसीना उदारवादी नेता मानी जाती हैं। वह बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हैं। मुजीबुर रहमान बांग्लादेश के संस्थापक भी थे। वर्ष 1975 में उनकी हत्या कर दी गई थी। अगस्त 1975 में सेना के अफसरों ने उनके घर में ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। उन्होंने मुजीबुर रहमान, उनकी पत्नी, बेटा और बहू तथा 10 साल के बेटे की हत्या कर दी थी। शेख हसीना और उनकी बहन रेहाना उस वक्त जर्मनी में थीं, इस वजह से उनकी जान बच गई थी। इसके बाद भारत ने उन्हें शरण दी थीं। उस समय भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं।

शेख हसीना के 15 साल का शासन का अंत 45 मिनट में हो गया। इसके पीछे जमात ए इस्लामी और आईएसआई की साजिश सामने आ रही है। प्रतिबंधित संगठन जमात ए इस्लामी से जुड़े छात्र संगठन ने शेख हसीना का विरोध किया।

प्रदर्शन था बहाना, हसीना को सत्ता से था हटाना

बांग्लादेश में पिछले महीने विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। 1971 के मुक्ति संग्राम के परिवारों को सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत आरक्षण देने की बात थी। विरोध के बाद यह निर्णय वापस ले लिया गया था। इसके बाद रविवार को फिर हिंसा भड़की। उन्मादी भीड़ में मुक्ति संग्राम के नायकों के प्रति इतनी नफरत थी कि उन्होंने मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को हथौड़े से तोड़ दिया और रजाकार के नारे लगाए। ये रजाकार वही हैं, जिन्होंने बांग्लादेश में जुल्म ढाए थे। हजारों महिलाओं का बलात्कार किया था। निर्दोष लोगों की हत्या की थी।

अब मीडिया में आई रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि यह प्रदर्शन महज बहाना था। असली मकसद शेख हसीना को सत्ता से हटाना था। इसकी रूपरेखा करीब छह महीने पहले बना ली गई थी और इसकी साजिश तभी से रची जा रही थी। इसमें जमात ए इस्लामी शामिल है और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उसका साथ सेना ने दिया। जनवरी 2024 में तख्तापलट की पटकथा लिखी जा रही थी। जमात और सेना के बड़े अधिकारियों के बीच बैठक होने की बात भी सामने आ रही है। आरक्षण के नाम पर दंगा-फसाद को भड़काया गया और शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया गया। यह भी कहा जा रहा है कि इसमें आतंकवादी संगठन भी शामिल थे। उन्होंने आंदोलन की कमान संभाली और उन्हें बाहरी देशों से पैसा भी मिला।

ढाका चलो मार्च के बाद बांग्लादेश में इंटरेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। इसके बावजूद हिंसक आंदोलन हुआ। लाखों लोग शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। वायरल हुए वीडियो से पता चलता है कि इनमें से कई के पास घातक हथियार भी थे। शेख हसीना के घर पर लगी फोटो को सेना के लोगों ने ही हटाया, यह बात भी वायरल हुए वीडियो में दिख रही है।

Topics: पूर्व पीएम शेख हसीनाखालिदा जियाशेख हसीनाजमात-ए-इस्लामीबांग्लादेश में तख्तापलट
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पत्रकारों की आजादी के लिए काल बना न्यू बांग्लादेश : 8 महीनों में 640 पत्रकार बने शिकार

Bangladesh Islsamist looted books

बांग्लादेश में इस्लामिस्टों की पुस्तक लूट: नालंदा से टँगाइल तक, एक ही कट्टरपंथी सोच

मोहम्मद यूनुस

Yunus को कट्टर जमातियों की खुली धमकी-‘महिलाओं का भला सोचा भी तो Sheikh Hasina जैसी हालत कर देंगे’

कट्टरता की आग में झुलसता बांग्लादेश

जमात-ए-इस्लामी आखिर चाहता क्या है? बांग्लादेश में क्यों कर रहा ‘कातिलों के इंसाफ’ की बात

dr muhammad yunus

बांग्लादेश में मंगल शोभायात्रा का नाम परिवर्तन- जड़ों की ओर लौटना या कट्टरपंथियों के आगे समर्पण

न्यूयॉर्क टाइम्स का नया प्रोपेगेंडा : बांग्लादेश की इस्लामी कट्टरता पर डाला पर्दा, हिंदू और बौद्धों को किया बदनाम!

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies