बांग्लादेश में तख्तापलट की इनसाइड स्टोरी, जानिये हिंसा को किसने दी हवा, बंगबंधु मुजीबुर रहमान से इतनी नफरत क्यों
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

बांग्लादेश में तख्तापलट की इनसाइड स्टोरी, जानिये हिंसा को किसने दी हवा, बंगबंधु मुजीबुर रहमान से इतनी नफरत क्यों

बांग्लादेश में ‘छात्र शिविर’ नाम के छात्र संगठन ने इस हिंसा को हवा दी, इस संगठन को पाकिस्तान और आईएसआई ने समर्थन दिया

by सुनीता मिश्रा
Aug 5, 2024, 07:02 pm IST
in विश्लेषण
बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ। दंगाइयों ने बांग्लादेश के संस्थापक मुजीबुर रहमान की मूर्ति तोड़ी। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया। अब मुजीबुर से जुड़ी हर पहचान मिटाई जा रही है।

बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ। दंगाइयों ने बांग्लादेश के संस्थापक मुजीबुर रहमान की मूर्ति तोड़ी। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया। अब मुजीबुर से जुड़ी हर पहचान मिटाई जा रही है।

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश में तख्तापलट हो चुका है। पिछले महीने से जारी देशव्यापी हिंसा के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार (5 अगस्त 2024) को अपना इस्तीफा दे दिया है। शेख हसीना अपनी बहन शेख रिहाना के साथ प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास ‘गणभवन’ छोड़कर सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें शेख हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर से ढाका छोड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे बांग्लादेश छोड़कर भारत के हिंडन एयरबेस पर उतरी हैं। हांलाकि हिंडन एयरबेस के पीआरओ ने इसकी पुष्टि नहीं की है। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने ढाका में प्रेस कॉफ्रेंस की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही देश को चलाने के लिए अंतरिम सरकार का गठन होगा।”

आरक्षण खत्म करने को लेकर हिंसक प्रदर्शन

बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण खत्म करने को लेकर जुलाई माह से हिंसक प्रदर्शन चल रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण खत्म किए जाने के बाद प्रदर्शन कुछ दिन के लिए रुक गए थे, लेकिन अगस्त में फिर से प्रदर्शन भड़क गए। हजारों इस्लामी कट्टरपंथियों ने देश में लगे कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए ढाका की सड़कों पर मार्च किया और बाद में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर हमला बोल दिया। इस्लामी कट्टरपंथी लगातार प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इन कट्टरपंथियों ने कई पुलिसवालों की हत्या कर दी। इसके अलावा कई हिन्दू परिवारों को भी मार दिया गया। आखिरकार जानलेवा हिंसा के बीच हसीना को इन कट्टरपंथी प्रदर्शनकारियों के सामने झुकने पड़ा और मजबूरन अपना इस्तीफा देना पड़ा।

हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए

बांग्लादेश में हुई इस हिंसा में अब तक 14 पुलिसकर्मियों समेत करीब 300 लोगों की जान चली गई है। हिंसा में हजारों लोग घायल हुए हैं। बांग्लादेश में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। वहीं, बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु मुजीबुर रहमान की मूर्तियां भी तोड़ दी गईं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में बंगबंधु मुजीबुर रहमान की मूर्ति के ऊपर एक इस्लामी कट्टरपंथी चढ़े हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो को एक्स पर पाकिस्तान टेलिग्राफ नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, बांग्लादेश में ये प्रदर्शनकारी आरक्षण प्रणाली को पूरी तरह से समाप्त करने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि इसके तहत बांग्लादेश के लिए वर्ष 1971 में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियां आरक्षित की गई हैं। कट्टरपंथी प्रदर्शनकारियों के अनुसार मौजूदा आरक्षण के नियमों का फायदा शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग से जुड़े लोगों को मिल रहा है, जिसे लेकर उन्होंने शेख हसीना सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त किया है। इसके अलावा हिंसक प्रदर्शन करने वाले आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से भी नाखुश हैं। इनकी मांग है कि स्वतंत्रता संग्रामियों के परिजनों को सरकारी नौकरियों में दिया जाने वाला आरक्षण पूरी तरह से खत्म होना चाहिए। बांग्लादेश की सेना के पूर्व प्रमुख इकबाल करीम ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ उठाए गए कदमों को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की है। वहीं, मौजूदा सेना प्रमुख ने इन कट्टरपंथी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है, जिसकी वजह से देश में दंगों की आग और भी अधिक भड़क गई।

हिंसा को पाकिस्तान और आईएसआई ने भड़काया

सवाल उठ रहे हैं कि बांग्लादेश में जानलेवा हिंसा को भड़काने के पीछे पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में ‘छात्र शिविर’ नाम के छात्र संगठन ने इस हिंसा को हवा देने का काम किया है। यह छात्र संगठन बांग्लादेश में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी की शाखा है, जिसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन प्राप्त है।

कट्टरता की ओर बढ़ता बांग्लादेश

बांग्लादेश में बढ़ता कट्टरपंथ और अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की वारदात कोई नई नहीं हैं। अब तक हिंसा की ये घटनाएं एक सीमित इलाकों में होती आई हैं, लेकिन पहली बार पूरे बांग्लादेश में हिंसा भड़की है। पिछले एक दशक में जमात-ए-इस्लामी, हिफाजत-ए-इस्लाम जैसे कट्टर संगठनों का प्रभाव बांग्लादेश में तेजी से बढ़ा है ये संगठन दबाव की रणनीति के तहत सरकार से कई अहम फैसले बदलवाने में भी सफल रहे हैं। बांग्लादेश के अलग-अलग इलाकों में लगातार इनका प्रभाव बढ़ रहा है, ऐसे में यहां अल्पसंख्यकों के लिए खतरा भी बढ़ता ही जा रहा है। 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक दशक में यहां अल्पसंख्यकों को 3679 बार हमलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान 1678 मामले धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ और हथियारबंद हमलों के सामने आए। इसके अलावा घरों-मकानों में तोड़-फोड़ और आगजनी समेत हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर लगातार हमले किए गए। खासकर 2014 के चुनावों में अवामी लीग की जीत के बाद हिंसक घटनाएं बड़े पैमाने पर हुईं, जिनमें हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया, जो अब तक जारी है।

बता दें कि कट्टरपंथी प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने वाले बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने शेख हसीना के इस्तीफे के बाद इस संबंध में देश की प्रमुख पार्टियों के साथ मिलकर बैठक की है। उनका कहना है कि 18 सदस्यीय अंतरिम सरकार प्रस्तावित की गई है। सेना इस सरकार को बनाएगी। जो हत्या हुई हैं उस पर न्याय होगा। प्रदर्शनकारियों की मांगे पूरे करेंगे और देश में शांति वापस लाएंगे।

Topics: शेख हसीनाबांग्लादेश में हिंसाबांग्लादेश में तख्तापलटमुजीबुर रहमानबांग्लादेश हिंसा का पाकिस्तान कनेक्शन
Share22TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और भारत-विरोधी सियासत: भारत के लिए नई चुनौती

भारत का बांग्लादेश को करारा जवाब: क्रिकेट सीरीज पर लिया बड़ा एक्शन!

Sheikh Haseena sentenced to 6 month

शेख हसीना को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने सुनाई छह महीने की जेल, जानें किस जुर्म की मिली सजा

dr muhammad yunus

बांग्लादेश में 5 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश: शेख हसीना के निष्कासन का जश्न, आवामी लीग की पहचान पर संकट

Bangladesh Muhammad Yunus economic crisis

बांग्लादेश में सियासी जंग: यूनुस की एक मुलाकात ने तोड़ा जमात-एनसीपी का भरोसा

बांग्लादेश में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक आवास में घुसते कट्टरपंथी

बांग्लादेश: अब गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के पैतृक घर पर भी हमला

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies