गत 30 जुलाई को अमरोहा (उ.प्र.) स्थित श्रीमद् दयानंद कन्या गुरुकुल महाविद्यालय के नूतन भवन संस्कृति नीडम् का उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत का विशेष सान्निध्य मिला। उन्होंने भवन के उद्घाटन के साथ ही महाविद्यालय प्रांगण में अशोक का पौधा लगाया।
इस अवसर पर श्री मोहनराव भागवत ने कहा कि देश को बनाने के लक्ष्य के साथ काम करना है। उन्होंने कहा कि देश और धर्म अलग नहीं हैं। धर्म के आधार पर अनेक रास्ते बनते हैं। धर्म का लक्ष्य सत्य को पाना है। जबसे दुनिया बनी है, तब से सनातन धर्म चलता आ रहा है।
इस पुनीत अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति आचार्य प्रो. श्रीनिवास वनखेड़ी भी उपस्थित रहे। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से संबद्ध इस नूतन महाविद्यालय भवन में छात्राओं के लिए शास्त्री और आचार्य की कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।
इसमें 32 कक्ष निर्मित किए गए हैं, जिनमें 20 छोटे और 12 बडे कक्ष हैं। इस गुरुकुल में 20 प्रांतों की 1,200 बालिकाएं आवासीय व्यवस्था में विद्याभ्यास एवं व्रताभ्यास की शिक्षा ग्रहण कर संस्कृत और संस्कृति की रक्षा में संलग्न हैं। 1988 में स्थापित यह गुरुकुल 10 एकड़ में फैला है।
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