आपदा में आस बने स्वयंसेवक 
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

आपदा में आस बने स्वयंसेवक 

वायनाड में भूस्खलन से सैकड़ों जानें जाने के बीच जब सारे रास्ते थे बंद तब स्वयंसेवक बने देवदूत, खोली राहत की राह

by WEB DESK
Aug 4, 2024, 09:03 am IST
in विश्लेषण, केरल
कीचड़ से सने रास्तों को साफ करते स्वयंसेवक

कीचड़ से सने रास्तों को साफ करते स्वयंसेवक

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गत 29 जुलाई को केरल के वायनाड में तेज वर्षा के बाद जमीन खिसकने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ। यह प्राकृतिक आपदा रात दो बजे के आसपास आई। इसके बाद कई किलोमीटर के क्षेत्र में हाहाकार मच गया। हजारोें मकान बह गए। सैकड़ों लोग लापता हैं। इस रपट के लिखे जाने तक 291 लोग मारे जा चुके हैं। इस आपदा की जानकारी मिलते ही  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तर केरल प्रांत के संघचालक श्री के.के. बलराम ने स्वयंसेवकों और सेवा भारती के कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे पीड़ितों की मदद के लिए जुट जाएं। इस आह्वान के बाद 651 स्वयंसेवक राहत कार्य में लगे। इस कार्य में नीलगिरि जिले (तमिलनाडु) के कार्यकर्ताओं ने भी सहयोग किया। कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले जहां-तहां फंसे लोगों को बाहर निकाला। भूस्खलन से सारे मार्ग अवरुद्ध हो गए थे।

जलमग्न घरों में राहत सामग्री का वितरण करते कार्यकर्ता एवं आपदा से प्रभावित क्षेत्र में कीटाणुनाशक पाउडर का छिड़काव करते स्वयंसेवक

कार्यकर्ताओं ने फावड़े और अन्य उपकरणों के जरिए रास्तों को साफ किया। इससे घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने में और आम लोगों की आवाजाही में मदद मिली। कार्यकर्ताओं ने पीड़ितों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की। इसके लिए एक अलग से रसोई घर चालू किया गया। यहां खाना तैयार कर प्रभावित लोगों तक पहुंचाया गया। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने पीड़ितों के लिए कपड़े आदि की व्यवस्था की। पानी हटने के बाद कार्यकर्ताओं ने प्रभावित क्षेत्रों में कीटाणुनाशक पाउडर का छिड़काव किया, ताकि लोग किसी बीमारी की चपेट में न आ जाएं।

यही नहीं, सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने 37 से अधिक मृत लोगों का अंतिम संस्कार भी किया। बता दें कि केरल सेवा भारती के पास अनेक ऐसे वाहन हैं, जिनमें अंतिम संस्कार की सुविधा है। एक वाहन में तीन एल.पी.जी. सिलेंडर लगे रहते हैं। इसी गैस से नारियल के रेशों को जलाकर करीब डेढ़ घंटे में एक शव का अंतिम संस्कार हो जाता है।
इन कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने एन.डी.आर.एफ. और सेना के जवानों के साथ जो कार्य किया उसकी चारों ओर प्रशंसा हुई। पीड़ितों की पीड़ा को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने भी त्वरित कदम उठाए। कुछ ही घंटों के अंदर एन.डी.आर.एफ. और सेना के जवानों को लगाया गया।

केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन भी वायनाड पहुंचे और पीड़ितों से मिले। उन्होंने राहत कार्य में लगे लोगों का मनोबल बढ़ाया और पीड़ितों को हर तरह की मदद देने का भरोसा जताया। वहीं राज्य सरकार राहत कार्य में फिसड्डी साबित हुई। हालत यह रही कि संघ के स्वयंसेवकों के बाद सरकारी तंत्र प्रभावित लोगों तक पहुंचा। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी स्वयंसेवकों के सेवाकार्य की प्रशंसा की।

राज्य सरकार की निष्क्रियता को लेकर आम लोगों में गुस्सा दिखा। लोगों के गुस्से से बचने के लिए केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह इस आपदा के समय मदद नहीं कर रही है। इसके बाद 31 जुलाई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद को बताया कि केंद्र सरकार ने 23 जुलाई को ही केरल सरकार को आपदा की आशंका की जानकारी दे दी थी। बताया गया था कि वायनाड में 20 सेंटीमीटर से भी अधिक वर्षा हो सकती है। भूस्खलन भी हो सकता है। इसके बाद 24 जुलाई को भी यह जानकारी भेजी गई थी।

कुल मिलाकर यह जानकारी तीन बार दी गई। लेकिन समय रहते केरल सरकार ने कोई कार्य नहीं किया। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया गया। इस कारण स्थिति ज्यादा गंभीर हुई। उन्होंने कहा कि पूर्व की चेतावनियों पर राज्य सरकार ध्यान देती तो आज अनेक लोगों की जान बच जाती। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में ओडिशा और गुजरात को आपदा की जानकारी दी गई थी। उस जानकारी के आधार पर उन दोनों राज्यों की सरकारों ने काम किया और कोई जान नहीं गई। ऐसा केरल सरकार भी कर सकती थी, लेकिन उसने किया नहीं। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।

लोगों में वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी के प्रति भी गुस्सा दिखा। सोशल मीडिया में राहुल और वहां से चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाली प्रियंका वाड्रा पर तीखी टिप्पणियां हुईं। एक ने लिखा, ‘‘केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन वायनाड में राहत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय पूर्व सांसद और भविष्य वाली सांसद का जहाज जब उतर पाएगा, तब वायनाड जाएंगे।’’  

लेकिन इस आपदा के दौरान एक बार फिर लोगों ने देखा कि संघ के स्वयंसेवक सेवा में किस समर्पण के साथ जुटते हैं।

 

Topics: पाञ्चजन्य विशेषNatural Disasterराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघRashtriya Swayamsevak Sanghप्राकृतिक आपदासेवा भारतीSeva Bharti
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

1822 तक सिर्फ मद्रास प्रेसिडेंसी में ही 1 लाख पाठशालाएं थीं।

मैकाले ने नष्ट की हमारी ज्ञान परंपरा

मार्क कार्नी

जीते मार्क कार्नी, पिटे खालिस्तानी प्यादे

हल्दी घाटी के युद्ध में मात्र 20,000 सैनिकों के साथ महाराणा प्रताप ने अकबर के 85,000 सैनिकों को महज 4 घंटे में ही रण भूमि से खदेड़ दिया। उन्होंने अकबर को तीन युद्धों में पराजित किया

दिल्ली सल्तनत पाठ्यक्रम का हिस्सा क्यों?

स्व का भाव जगाता सावरकर साहित्य

पद्म सम्मान-2025 : सम्मान का बढ़ा मान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies