फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के लीडर इस्माइल हानिएह की हत्या के बाद ईरान भड़क गया है। उसने इजरायल पर ‘डायरेक्ट अटैक’करने का आदेश दे दिया है। तेहरान में हमास के नेता इस्माइल हानिएह की हत्या के तुरंत बाद ईरान के सर्वोच्च लीडर अली खामनेई ने उनके खून का बदला लेने की बात कही थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से इस बात का दावा किया है। अब जब इजरायल पर हमले की तैयारी ईरान ने कर ली है तो ईरान ने नो-फ्लाई ज़ोन घोषित कर दिया है। साथ ही इस्माइल हानिएह के अंतिम संस्कार के चलते खामेनेई की सुरक्षा के लिए हवाई सुरक्षा व्यवस्था की गई है। गुरुवार को ईरान के लिए जारी किए गए NOTAM के अनुसार, तेहरान विश्वविद्यालय के पास मध्य तेहरान में हवाई सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की गई है। राजधानी तेहरान में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 तक प्रभावी है, जिसमें ड्रोन सहित सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
अमेरिका को दोषी ठहरा रहा ईरान
इस्माइल हानिए की मौत पर बौखलाए ईरान ने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए ईरान ने दावा किया है कि इजरायल अमेरिका की सहायता के बिना इस्माइल हानिएह को नहीं मार सकता है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अमीर सईद इरावानी ने आरोप लगाया कि हानिएह की हत्या के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने इजरायल की मदद की है। इस मामले में अमेरिका जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकता है।
हालांकि, अमेरिका इस आरोप का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि वो हमास के नेता इस्माइल हानिएह की कथित हत्या के बारे में नहीं जानता था। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में कहा कि अजो ईरान को प्रभावित कर सकते हैं कि वे क्षेत्र में तनाव को कम करने और उसे कम करने के लिए देश पर अपने प्रभाव का उपयोग करें।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि इस्माइल हानिएह मंगलवार को तेहरान में राष्ट्रपति मसूज पजशकियान के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए आया। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बुधवार सुबह बताया कि तेहरान में हानियेह के ठिकाने पर रात 2 बजे (भारतीय समय के मुताबिक सुबह 4 बजे) मिसाइल से हमला किया गया। इसमें हानियेह और उसके एक बॉडीगार्ड की मौत हो गई।
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