भारत के सामर्थ्य की याद दिलाता है कारगिल विजय दिवस
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

भारत के सामर्थ्य की याद दिलाता है कारगिल विजय दिवस

हर भारतवासी के लिए गौरवपूर्ण है 26 जुलाई की तारीख

by तरुण चुग
Jul 26, 2024, 08:12 am IST
in भारत, रक्षा
कारगिल विजय दिवस पर विशेष प्रस्तुति

कारगिल विजय दिवस पर विशेष प्रस्तुति

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारतीय इतिहास में कई ऐसी तारीखें हैं, जो भारत के लोगों के मन में हमेशा विद्यमान रहती हैं। 26 जुलाई की तारीख भी वह ऐतिहासिक तारीख है, जो हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। 26 जुलाई 1999 को वीर भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना व सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था। ये दिन आज भी भारतीय इतिहास के पन्नों में दर्ज है। इस बार भी भारत देश कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। 26 जुलाई भारतीय सैनिकों का दिन है, क्योंकि यह कारगिल युद्ध के दौरान बलिदानियों की वीरता को बयां करता है। कारगिल विजय दिवस 1999 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बलिदान हुए सैनिकों की याद में मनाया जाता है। 1999 में मई और जुलाई के महीनों के बीच लड़ा गया यह युद्ध भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसने भारतीय सशस्त्र बलों के अटूट दृढ़ संकल्प और अदम्य भावना को प्रदर्शित किया।

पूरी दुनिया में भारत अपने साहस और वीरता के लिए जाना जाता है। लेकिन, भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ता भी किसी से छिपा नहीं है। कारगिल युद्ध वह लड़ाई थी, जिसमें पाकिस्तानी सेना ने द्रास कारगिल पहाड़ियों पर कब्जा करने की कोशिश की थी। कारगिल युद्ध पाकिस्तान के गलत इरादों का सबूत है। पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख परवेज़ मुशर्रफ ने भारत की सीमाओं में आने की कोशिश की थी। लेकिन, भारत ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और पाकिस्तान को पराजित कर एकबार फिर अपनी ताकत का एहसास दुनिया को करा दिया।

भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने पाकिस्तान को सबक सिखाते हुए भारत के शौर्य और सामर्थ्य का एहसास पूरी दुनिया को कराया। वहीं पाकिस्तान के साथ हमदर्दी दिखानेवाली महाशक्तियों ने जब पाकिस्तान हमले की बात कही तो श्रद्धेय अटल जी ने दो टूक लहजे में ऐसा करार जवाब दिया कि बोलती बंद हो गई थी। उस समय दुनिया ने भारत के आन, बान और शान को देखा। कारगिल युद्ध में पाकिस्तान की करारी हार के साथ ही उसकी विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया। इस युद्ध में भारत ने भी अपने कई वीर योद्धाओं को खोया था और उनका बलिदान इस देश के लिए एक मिसाल बन गया। देश इन सपूतों के बलिदान को कभी नहीं भूले सकेगा। इसलिए हर साल 26 जुलाई को हम कारगिल विजय दिवस मनाते हैं।

जब से भारत-पाकिस्तान अलग हुए तो तभी से पाकिस्तान की मंशा और हरकत भारत के लिए ठीक नहीं रही। वह कश्मीर पाने के लिए हमेशा घुसपैठ के अलग- अलग तरीके अपनाता रहता है। कारगिल युद्ध का कारण बनने वाले तरीकों में से एक भारत की सीमाओं में प्रवेश करने का प्रयास कुत्सित था। पूर्व की भांति इस बार भी पाकिस्तान विश्वासघात करेगा, इस इरादे से भारत अनजान था। लेकिन इसकी भनक लगते ही भारत ने तुरंत गश्त कर दी। इस गश्ती टीम पर हमले से उस इलाके में घुसपैठियों की मौजूदगी का प्रमाण मिल गया। पहले तो घुसपैठियों को जिहादी मानकर खदेड़ने के लिए सैनिक भेजे, लेकिन प्रतिद्वंद्वियों के जवाबी हमलों और एक के बाद एक कई इलाकों में घुसपैठियों की मौजूदगी की खबरों के बाद भारतीय सेना को यह समझते देर नहीं लगी कि यह वास्तव में एक योजनाबद्ध और बड़े पैमाने पर घुसपैठ थी, जिसमें न केवल जिहादी बल्कि पाकिस्तानी सेना भी शामिल थी।

इसे समझते हुए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू किया, जिसमें 30 हजार भारतीय सैनिक शामिल थे। 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में लगभग पांच सौ से अधिक भारतीय सैनिक बलिदान हुए थे और 1300 सैनिक घायल हुए। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद इस युद्ध को सबसे भयानक माना जाता है। इसके बावजूद सैनिकों ने भारत माता के मस्तक को झुकने नहीं दिया और पाकिस्तानी सैनिकों को रौंदते हुए कारगिल की चोटी पर तिरंगा फहरा दिया था। इस दिन को याद कर आज भी हर भारतीय का सीना गर्व से फूल जाता है। इतने संघर्षों के बाद हमने लड़ाई जीती और अपनी जीत का झंडा फहराया। कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास के पन्नों में दर्ज है।

इस दिन को हर भारतीय बड़े गर्व के साथ मनाता है। यही वह दिन है जब भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे और घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था। भारत-पाकिस्तान का यह युद्ध ऐतिहासिक माना जाता है। अपने प्राणों की आहुति देने वाले उन विशेष सैनिकों की याद में 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में हम भारतवासी हर साल बड़े सम्मान और गर्व के साथ मनाते है। इस ऑपरेशन के नाम के अनुसार 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस घोषित किया गया ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी उन देशभक्तों की वीरतापूर्ण कहानियों के बारे में जानें और उन वीरों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर सकें। आज कारगिल और द्रास के क्षेत्र, जिन्हें हम सब गर्व से भारत का अंग बताते हैं, उन शहीदों की देन हैं, जिन्हें हम हर वर्ष विजय दिवस पर श्रद्धांजलि देकर अपना आभार व्यक्त करते है।

भारत में कारगिल युद्ध की जीत का स्मारक बनाया गया है, जहां प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी प्रति वर्ष इस तारीख को जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते है। युद्ध की जीत की याद में कारगिल विजय दिवस भारत के सभी हिस्सों में मनाया जाता है तथा लोग युद्ध के सैनिकों और बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी जाती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी दिल्ली में अमर जवान ज्योति जाते हैं और वहां सैनिकों को श्रद्धांजलि देते है। स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में कुछ सामाजिक और सांस्कृतिक समारोह भी आयोजित किये जाते हैं, ताकि उन वीर सपूतों को याद किया जाए। भारत का बच्चा बच्चा युद्ध और उसके भारत के पक्ष में हुए गौरवशाली परिणाम के बारे में जान सके। इस दिन पूरा भारत हमारे सैनिकों की वीरता और बलिदान को नमन करता है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत के सामर्थ्य, सैनिकों का मनोबल भी बढ़ाया। आज हर भारतीय को अपने सैनिकों पर गर्व है।

कारगिल विजय दिवस के गौरवमयी दिवस पर हम देश के लिए बलिदान हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं।

Topics: Prime Minister Shri Narendra Modiपाञ्चजन्य विशेषप्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयीकारगिल युद्ध में पाकिस्तान की करारी हारIndia-Pakistan WarPrime Minister Late Atal Bihari VajpayeePakistan's crushing defeat in Kargil Warप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीऑपरेशन विजयकारगिल विजय दिवसKargil Vijay Diwasभारत-पाकिस्तान युद्ध
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

1822 तक सिर्फ मद्रास प्रेसिडेंसी में ही 1 लाख पाठशालाएं थीं।

मैकाले ने नष्ट की हमारी ज्ञान परंपरा

मार्क कार्नी

जीते मार्क कार्नी, पिटे खालिस्तानी प्यादे

हल्दी घाटी के युद्ध में मात्र 20,000 सैनिकों के साथ महाराणा प्रताप ने अकबर के 85,000 सैनिकों को महज 4 घंटे में ही रण भूमि से खदेड़ दिया। उन्होंने अकबर को तीन युद्धों में पराजित किया

दिल्ली सल्तनत पाठ्यक्रम का हिस्सा क्यों?

स्व का भाव जगाता सावरकर साहित्य

पद्म सम्मान-2025 : सम्मान का बढ़ा मान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies