‘कांग्रेस सत्ता में आने की उम्मीद छोड़ दे, क्योंकि इस बार बिल्ली के भाग्य से छींका नहीं छूटेगा’। यह कहना है आचार्य प्रमोद कृष्णम का। कांग्रेस छोड़ चुके आचार्य कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस इसी उम्मीद में बैठी है कि कभी न कभी को बिल्ली के मुंह से छींका छूटेगा। अब उसे ये कौन समझाए कि ये राम नाम के डोर से बंधा है, जिसे कोई तोड़ नहीं सकता है।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कांग्रेस से निष्कासित आचार्य प्रमोद कृष्णम उत्तर प्रदेश की राजनीति में हो रही उठापटक को लेकर कांग्रेस पर ये बयान दिया है। इससे पहले भी आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने कई बार कांग्रेस को हिन्दुत्व विरोधी करार दिया था।
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शंकराचार्य पर भी किया हमला
गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे ने भी शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात की थी। उद्धव ठाकरे से 15 जुलाई को मातोश्री में मुलाकात के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उद्धव ठाकरे के साथ विश्वास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उद्धव के साथ विश्वासघात हुआ है। इस बात को राज्य की जनता जानती है। जो लोग विश्वासघात करते हैं वो हिन्दू नहीं हो सकते हैं।
शंकराचार्य के इसी बयान पर पलटवार करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल किया कि जिन्होंने बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा के साथ विश्वासघात किया था। शंकराचार्य को भी इस बात को भी बताएं कि सनातन, हिन्दुत्व, वीर सावरकर और छत्रपति महाराज की विचारधारा के साथ विश्वासघात करने वालों को क्या कहा जाएगा। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ये भी कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि शंकराचार्य इस बात को जरूर बताएंगे कि सनातन बड़ा है या सियासत, राष्ट्र बड़ा है या राजनीति। आखिर हिन्दुत्व के साथ विश्वासघात करने वालों को क्या कहा जाएगा?
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