छत्तीसगढ़ की नई भाजपा सरकार नक्सलियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए है। नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। नई भाजपा सरकार में नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ में 142 माओवादी ढेर किए गए। 32 फारवर्ड सुरक्षा कैंप की स्थापना की गई। राज्य अन्वेषण एजेंसी (एसआईए) का गठन किया गया है।
नक्सलियों द्वारा वसूले गए धन का उपयोग उनके संगठन में नए सदस्यों की भर्ती और हथियार व गोला-बारूद खरीदने के लिए किया जाता है। छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों द्वारा छिपाए गए 29 लाख रुपये बरामद किए थे, जो इस बात का प्रमाण है कि नक्सली अपनी रकम छिपाने के लिए विशेष डंप का उपयोग करते हैं।
नक्सलियों की उगाही का नेटवर्क केवल पैसों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके संगठन को मजबूत करने और हिंसा फैलाने का मुख्य जरिया भी है। इस व्यापक उगाही से नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्य और सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन गए हैं। सरकार और सुरक्षा बलों के लिए इस नेटवर्क को तोड़ना और इन इलाकों में शांति और विकास लाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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