गत जून को गाजियाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के 20 दिवसीय कार्यकर्ता विकास वर्ग-प्रथम (सामान्य) का समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज।
उन्होंने कहा कि एक मां ने अपने मन में संकल्प लिया और शिवाजी को ऐसा वीर बनाया, जिसने पूरे देश का कायाकल्प कर दिया। माता जीजाबाई ने शिवाजी को एक महान चरित्रवान पुत्र बनाया। शिवाजी महाराज ने 15 वर्ष की आयु में 25 किले जीत लिए और अपने जीवन में कभी हार स्वीकार नहीं की।
स्वयंसेवक के शरीर में मिट्टी लगते-लगते मिट्टी से ऐसा प्रेम हो जाता है कि वह इस मिट्टी के लिए अपने प्राण तक दे देता है। मुख्य वक्ता और अखिल भारतीय गोसेवा प्रमुख श्री अजित महापात्रा ने कहा कि समाज में कहीं भी कोई दुख होता है तो स्वयंसेवक पहुंचता ही है। समाज में छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से अद्भुत परिवर्तन होता है। यदि समाज चाहे तो कुछ भी कर सकता है।
कार्यकर्ता विकास वर्ग में ब्रज, मेरठ एवं उत्तराखंड प्रांत के 39 जनपदों से लगभग 250 स्वयंसेवक राष्ट्र प्रथम का भाव लिए अनुशासन के साथ शामिल हुए। समापन कार्यक्रम में वर्ग के सर्वाधिकारी और मेरठ प्रांत के सह संघचालक डॉ. नरेंद्र तनेजा, आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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