कृषि विज्ञान उन संसाधनों के अध्ययन का क्षेत्र है, जो कृषि उत्पादन से संबंधित हैं। इसमें विभिन्न कृषि उत्पादों या फसलों, बागवानी, कृषि प्रबंधन, पोल्ट्री फार्मिंग, डेयरी फार्मिंग, कृषि जैव प्रौद्योगिकी आदि से संबंधित विभिन्न वैज्ञानिक, तकनीकी और व्यावसायिक विषयों का अध्ययन शामिल होता है। बीते कुछ वर्षों में कृषि के क्षेत्र में कॅरियर का दायरा काफी बढ़ा है। कृषि विज्ञान में बीएससी एक आकर्षक करियर विकल्प के रूप में उभरा है, खासकर उन देशों में जहां कृषि आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
भारत कृषि प्रधान देश है। 2022-23 तक 45.76 प्रतिशत की श्रम शक्ति के साथ और सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान 15 प्रतिशत है। इसके अलावा, भारत लगभग 13 प्रतिशत निर्यात दर के साथ चीन, अमेरिका, ब्राजील, फ्रांस और मैक्सिको के साथ दुनिया के शीर्ष 10 कृषि-आधारित देशों में शामिल है।
आज दुनिया भर में विभिन्न सरकारी-निजी संगठन, कृषक समुदाय और उनकी अगली पीढ़ी को आधुनिक कृषि की जरूरतों और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से लाभ उठाने के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए पहल कर रहे हैं। इसके अलावा, वैश्वीकरण के आगामी खतरों और चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद करने के लिए किसानों को विभिन्न आधुनिक कृषि पद्धतियों के बारे में औपचारिक शिक्षा देने की बहुत जरूरत है। इसलिए यदि आप कृषि में करियर तलाश रहे हैं, तो भारत या विदेश में कई अवसर उपलब्ध हैं। भारत में ऐसे कई कॉलेज हैं, जहां से विद्यार्थी बीएससी कृषि विज्ञान की पढ़ाई कर सकते हैं। देश में कृषि विज्ञान में बीएससी पाठ्यक्रम वाले मुख्य रूप से10 कॉलेज हैं
पारंपरिक और जैविक खेती का महत्व बढ़ने से कृषि विज्ञान का दायरा बढ़ रहा है। आधुनिक प्रौद्योगिकी के आगमन, नवीन विचारों और कृषि-उद्योग क्षेत्र में बढ़ती रुचि का उन छात्रों पर बहुत प्रभाव पड़ा है, जो नए कॅरियर विकल्प के रूप में कृषि विज्ञान की ओर देख रहे हैं। कृषि विज्ञान में बीएससी के बाद इस क्षेत्र में छात्रों के लिए सफल कॅरियर बनाने के पर्याप्त अवसर हैं।
कृषि कार्यालय : टिकाऊ कृषि विधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सरकार द्वारा निर्धारित नियमों और विनियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार।
कृषि विज्ञानी: मिट्टी और पौधों के पोषण प्रबंधन, बेहतर फसल उत्पादन और उन्नत कृषि तकनीकों को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जिम्मेदार।
बागवानी विशेषज्ञ : सजावटी पौधों, सब्जियों, फलों और फूलों के क्षेत्र के उन्नयन और संवर्धन के लिए जिम्मेदार।
अनुसंधान वैज्ञानिक : खेती के नए तरीकों, बेहतर कीट प्रबंधन तकनीकों और टिकाऊ प्रथाओं को विकसित करने और लागू करने के लिए कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य करने के लिए जिम्मेदार।
क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर: भोजन की गुणवत्ता और सुरक्षा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार।
फार्म मैनेजर : फार्म की रोजमर्रा की गतिविधियों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार, जिसमें मौसम के लिए फसल की योजना बनाना, श्रमिकों के काम की निगरानी करना, फार्म के सुचारु कामकाज के लिए वित्तीय प्रबंधन की योजना बनाना और निगरानी करना शामिल है।
कृषि विश्लेषक : बेहतर खेती और फसल की उपज सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा बाजार के रुझान, आर्थिक कारकों और कृषि नीतियों का विश्लेषण करने के लिए जिम्मेदार।
एक्सटेंशन आफिसर : ग्रामीण या पिछड़े समुदायों के साथ मिलकर काम करने, उन्हें बेहतर कृषि के लिए नवीनतम कृषि जानकारी, शिक्षा और संसाधन प्रदान करने के लिए जिम्मेदार।
कृषि विज्ञान में बीएससी के बाद अभ्यर्थी व्यवसाय भी कर सकते हैं। कृषि क्षेत्र उन्हें अपने अर्जित ज्ञान का उपयोग करने और समाज के हित के साथ आत्म संतुष्टि व अपना दायरा बढ़ाने की स्वतंत्रता देता है। कृषि विज्ञान में बीएससी के बाद छात्र निम्नलिखित व्यवसाय कर सकते हैं-
मशरूम की खेती : वैज्ञानिक शोध के अनुसार, मशरूम की पौष्टिकता मटन से कहीं अधिक है। शाकाहार के चलन के साथ मशरूम की खेती 2010 से सालाना लगभग 3 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और भविष्य में इसके और बढ़ने की उम्मीद है। यह इस उद्योग को निवेश के लायक बनाता है।
मुर्गी पालन : भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अंडा उत्पादक तथा चिकन व मांस का 5वां सबसे बड़ा उत्पादक है। रूस में हाल ही में अंडे के संकट और भारत से बढ़ती मांगों को ध्यान में रखते हुए मुगीर्पालन एक अच्छा व्यवसाय हो सकता है।
छत पर पौधारोपण : पर्यावरण संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए छत पर पौधारोपण न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है। इस व्यवसाय में निवेश से अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है।
उर्वरक उत्पादन और वितरण केंद्र : इस उद्योग को ऐसे उद्योग के रूप में टैग किया गया है, जिसमें विफलता की सबसे कम उम्मीद है। बेहतर विचारों का समावेश और वर्मीकम्पोस्ट जैविक उर्वरक जैसे जैविक उर्वरकों पर जोर आपको एक कृषि-उद्यमी के रूप में सफलता दिला सकता है।
मधुमक्खी पालन : शहद में मिठास के अलावा उच्च पोषण मूल्य और पर्याप्त औषधीय गुण होते हैं। ये सभी मधुमक्खी पालन को अत्यधिक लाभदायक व्यवसाय बनाते हैं, जिसमें न्यूनतम निवेश की आवश्यकता होती है। बागवानी के साथ-साथ यह व्यवसाय भी किया जा सकता है।
हाइड्रोपोनिक स्टोर : पानी पर खेती एक प्रचलित कृषि पद्धति है। अपना हाइड्रोपोनिक पत्थर स्थापित करना एक लाभदायक उद्यम है, जिसके बारे में कृषि में बीएससी के साथ स्नातक कोई भी व्यक्ति सोच सकता है।
बायोफ्लॉक मछली पालन: इसमें तालाब की बजाए मछली प्रजनन गोल आकार के कृत्रिम पानी के टैंक में कराया जाता है। पारंपरिक प्राकृतिक तालाब मछली प्रजनन पद्धति की तुलना में यह कम खचीर्ला है और अधिक उत्पादन भी दे सकता है।
फूलों की दुकान : फूलों की हमेशा मांग रहती है, चाहे किसी को बधाई देना हो, शुभकामनाएं देना हो, शादी की सजावट हो या कोई उत्सव। कम निवेश में अच्छा मुनाफा देने की इसकी क्षमता इसे और अधिक आकर्षक बनाती है। इसके अलावा इस व्यवसाय को आनलाइन शॉपिंग ट्रेंड के साथ भी जोड़ा जा सकता है।
कृषि विज्ञान का दायरा बहुआयामी है और इसमें आपके करियर की वृद्धि और विकास के लिए कई अवसर हैं। इस क्षेत्र में देश ही नहीं, विदेशों में भी अवसर मौजूद हैं।
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