भाजपा से विरोध की राजनीति नीतिगत और विकास आधारित मुद्दों पर नहीं है, भारतीय समाज को जातिगत खांचों में बांटने के नए पैंतरों से भी निपटना होगा। मंथन, चिंतन, अपेक्षा और उदासी की लहरें भी आएंगी, लेकिन इस चुनाव में यह सिद्ध हुआ कि भाजपा ने बहुत कुछ हासिल किया है। सबसे बड़ी पार्टी बनकर देश की जनता का विश्वास तो जीता ही, विदेश में भारतीय तंत्र को सफलता दिलाने में भी सफल रही है।
2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं, जो उनके निरंतर प्रभाव और सफल शासन को दशार्ता है। एनडीए को लगातार तीसरी बार बहुमत मिला है। यह उपलब्धि इससे पहले जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को मिली थी। दशकों बाद ऐसा फिर हुआ है। यह भाजपा की लगातार बढ़ती लोकप्रियता और नरेंद्र मोदी के प्रभावी नेतृत्व और राजनीतिक रणनीति को उजागर करता है।
भाजपा ने पूरे भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उत्तर पूर्व, तमिलनाडु और केरल जैसे पहले से चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में अपनी पैठ बनाई। इसे भाजपा की एक महत्वपूर्ण रणनीतिक जीत कहा जा सकता है। तमिलनाडु के द्रविड़ राजनीतिक परिदृश्य में उसकी पैठ बनी। राज्य विधानसभा में उपस्थिति और लोकसभा में प्रभाव में वृद्धि हुई। इससे द्रमुक और अन्नाद्रमुक के प्रभुत्व को चुनौती मिली। केरल में भाजपा ने इतिहास रचा। वामपंथी विचारधारा के गढ़ को तोड़ने में कामयाब रही। भाजपा के विरोध वाला यह आखिरी गढ़ था। यहां से भी भाजपा का सांसद लोकसभा में होगा। पहली बार ओडिशा में लगभग सभी लोकसभा सीटें जीतीं और विधानसभा में सरकार बनाई। क्षेत्रीय दलों के प्रभाव वाले राज्य में यह एक बड़ा राजनीतिक बदलाव है।
पंजाब और जम्मू-कश्मीर राजनीतिक स्थानीय संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों वाले क्षेत्र हैं। भाजपा ने यहां राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थानीय विकास की रणनीति पर काम किया। इसका असर हुआ और भाजपा को यहां से महत्वपूर्ण समर्थन मिला। विकास और विरासत को भाजपा ने बढ़ावा दिया। इसके प्रचार के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म का अच्छे से उपयोग किया। इससे मतदाताओं का जुड़ाव बढ़ा और अपना संदेश प्रभावी ढंग से फैलाया। भाजपा नकारात्मक और हिंसा वाली राजनीति से दूर रही।
भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार ने सड़क, रेलवे और शहरी विकास सहित बुनियादी ढांचे पर ध्यान दिया। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी प्रमुख पहल मतदाताओं को पसंद आई। गांव-गांव तक डिजिटल इंडिया की पहुंच हुई। पीएम-किसान योजना, पीएम-गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन वितरण और विभिन्न प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण जैसे कार्यक्रम, विशेष रूप से ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बीच समर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण थे।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का वैश्विक कद बहुत ऊंचा हुआ। जी-20 शिखर सम्मेलन जैसे सफल अंतरराष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी भारत ने की। आतंकवाद पर कड़ा प्रहार और रक्षा पर जोर से वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति मजबूत हुई। जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली का सकारात्मक असर राज्य के आर्थिक विकास पर पड़ा। ये उपलब्धियां भाजपा की रणनीतिक शक्ति, विकास और 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों पर सरकार की नीतियों को स्पष्ट करती हैं।
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