ऋषिकेश । हिमालय स्थित सिखो के तीर्थ स्थल श्री हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खुलने जा रहे है। गुरुद्वारे में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओ के पहले जत्थे को आज राज्यपाल पूर्व लेफ्ट जनरल गुरमीत सिंह ने रवाना किया गया। इस अवसर पर यात्रा निर्विघ्न संपन्न करने के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब और दसों गुरुओं का सिमरन करते हुए अरदास की गई। ऋषिकेश स्थित श्री हेमकुंड गुरुद्वारे परिसर से बोले सो निहाल के जय घोष के साथ पहला जत्था रवाना किया गया।
श्री हेमकुंड साहिब के विषय में मान्यता ये है कि यहां अपने पूर्व जन्म में दशम गुरु गोबिंद सिंह जी ने तपस्या की थी और उस बात का उल्लेख उन्होंने अपनी लिखी पुस्तक विचित्र नाटक में किया था।
इस अवसर पर राज्यपाल सिंह ने तीर्थ यात्रियों को शुभ कामनाएं दी और कहा कि गुरु के घर जाकर आशीर्वाद लेना सौभाग्य की बात है यहां श्रद्धालुओ में उत्साह है। मुझे बड़ी खुशी है कि हम इस पल के साक्षी बन रहे है। करीब 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित इस पावन गुरुघर के आसपास से बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया गया है।
यहां श्रद्धालु पहले रात्रि जोशीमठ से आगे गोविंद घाट पर विश्राम करते है उसके बाद यहां से 21 किमी की पैदल चढ़ाई भरा मार्ग तय करते है, कुछ श्रद्धालु रात्रि में गोविंद धाम घांघरिया में रुक कर अगले दिन दर्शन करते है ,कुछ श्रद्धालु सीधे दर्शन कर घांघरिया आकर रुकते है। कपाट चूंकि 25 को खोले जाने है, वहीं श्रद्धालुओं को रास्ते में रुक रुक कर जाना होगा।
राज्य सरकार ने गोविंद घाट में तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा देते हुए उन्हे मेडिकल टेस्ट करवा कर ही आगे बढ़ने की सलाह दी है।
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