पूर्वी चंपारण । बिहार के मोतिहारी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लालू प्रसाद व उनके परिवार पर जमकर प्रहार करते कहा कि एक इंसान जिसे अदालत ने चोरी करने के गुनाह में सजा सुनाई है। जो जेल काट रहा था। बीमारी के कारण घर आने का अवसर मिला। वैसे लोगो को घर में बढ़िया-बढ़िया खाने की फुर्सत है लेकिन रामलला के पास आने का समय नहीं है।
पीएम ने कहा कि मैं जहां जाता हूं,अपने काम का रिपोर्ट कार्ड देता हूं। उन्होंने कहा कि मैं इंडी गठबंधन से पूछता हूं कि तुम्हारा रिपोर्ट कार्ड क्या है। जो लोग नौकरी के बदले जमीन लिखवा ले, वह दूसरे के भविष्य के बारे में क्या सोच सकता है? ऐसे लोग वह बिहार को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं। ये लोग बिहार को जंगलराज,भष्ट्राचार और पलायन ही दे सकते है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने तेजस्वी यादव का बगैर नाम लिए प्रहार किया और कहा कि चांदी का चम्मच लेकर जो पैदा होते हैं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है।
तेजस्वी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि 4 जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए। वह उमंग में जीवन जीएं लेकिन जंगलराज के वारिस से उम्मीद ही क्या की जा सकती है।
पीएम ने कहा- देखिए ये कैसे लोग हैं, प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का मंदिर वालों ने उनके घर जाकर निमंत्रण दिया कि आप प्राण प्रतिष्ठा में आइए। लेकिन, इन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। ये ऐसे लोग हैं कि एक इंसान जिसे अदालत ने चोरी करने के गुनाह में सजा दी है, जो जेल काट रहा है, बीमारी के कारण उसे घर आने का अवसर मिला है। उसके घर जाकर इन्हें बढ़िया-बढ़िया खाना पकाकर खाने की फुर्सत है, लेकिन इनके पास रामलला के यहां जाने की फुर्सत नहीं है। बिहार ने दशकों तक पलायन का दौर देखा है। लेकिन NDA सरकार के प्रयासों से अब पलायन रुक रहा है। बिहार के युवाओं को यहीं पर रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
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