कांग्रेस का मॉडल है ‘लूट करो, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ : सैम पित्रोदा के बयान पर भाजपा हमलावर

कांग्रेस ने देश को चौपट किया, वोटरों को कांग्रेस की योजनाओं को लेकर सावधान रहना चाहिए : अमित मालवीय

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SHIVAM DIXIT

नई दिल्ली । देश के शीर्ष कांग्रेस नेताओं के करीबी रहे सैम पित्रोदा के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज बड़ा पलटवार किया है। सैम पित्रोदा के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को लुटेरा बताया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस का मॉडल है लूट करो, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। वहीं भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी हमला करते कहा है कि कांग्रेस ने देश को चौपट कर दिया है। वोटरों को कांग्रेस की योजनाओं को लेकर सावधान रहना चाहिए।

बुधवार को मीडिया से बातचीत में भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस हजार सफाई दे सकती है लेकिन सच्चाई सैम पित्रोदा ने बता दी है। वह कोई छोटे-मोटे नेता नहीं हैं, वह कांग्रेस के सबसे करीबी विश्वासपात्र हैं।

शहजाद ने सवाल किया कि क्या वह राहुल गांधी के हर विदेशी दौरे में नहीं होते? उन्होंने जो आज कहा है, वह 2012 में कांग्रेस द्वारा निर्धारित किया गया था। लोगों को पता होना चाहिए कि कांग्रेस के लिए एक वोट का मतलब है आपकी 55 प्रतिशत ज़मीन का छिन जाना।अगर किसान हो तो आपकी मृत्यु पर 55 प्रतिशत का नुकसान होगा, अगर आप छोटे दुकानदार हो तो कांग्रेस आपकी 55 प्रतिशत दुकान छीन लेगी। कांग्रेस का मॉडल है ‘लूट करो, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ और कांग्रेस भाग नहीं सकती, क्योंकि उनका पूरा संदिग्ध गेमप्लान अब सामने आ गया है।

इधर भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स हैंडल पर लिखा है, ”कांग्रेस ने भारत को बरबाद करने का फैसला कर लिया है। अब, सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 प्रतिशत विरासत टैक्स की वकालत करते हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका 50 प्रतिशत छीन लिया जाएगा। अगर कांग्रेस जीतती है तो 50 प्रतिशत हमारे द्वारा भुगतान किए जाने वाले सभी टैक्स के अलावा और भी बढ़ जाएगा।”

उल्लेखनीय है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। उन्होंने अमेरिका के शिकागो में कहा है कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और वह मर जाता है तो उसका केवल 45 फीसदी हिस्सा ही उसके बच्चों को मिलता है। बाकी का 55 फीसदी सरकार ले लेती है। यह कानून कहता है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब आप जा रहे हैं तो आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए- पूरी नहीं, आधी। यह निष्पक्ष कानून है। यह मुझे अच्छा लगता है।

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