महाराष्ट्र के धुले में रविवार 14 अप्रैल को डॉक्टर बाबासाहेब आम्बेडकर की जयंती के मौके पर निकाली गई यात्रा पर हुए पथराव ने एक बार फिर भीम मीम भाई-भाई जैसे दावों की हवा निकाल दी है। बाबासाहेब आम्बेडकर के नाम पर निकाले गए जुलूस को मुस्लिम भीड़ द्वारा जानबूझकर उस समय निशाना बनाया गया जब वह स्थानीय जामा मस्जिद के पास से गुजर रहा था।
आरोपियों ने पहले तो जुलूस को मस्जिद के सामने से निकालने पर अपनी आपत्ति जताई और स्पष्ट मना कर कहा कि जुलूस मस्जिद के सामने से नहीं निकलेगा। लेकिन जैसे ही जुलूस मस्जिद के सामने पहुंचा तो उसमें शामिल लोगों पर भारी मात्रा में पथराव किया गया। जिसमें कई लोग घायल हो गए।
वहीं पथराव की सूचना पाकर एसपी श्रीकांत धीवरे भी अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुँचे और स्थिति पर काबू पाया। वहीं इस संबंध में गोविंदा गुलाब नागराले द्वारा मिली शिकायत के आधार पर पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जो सभी मुस्लिम हैं। इन लोगों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 143, 146, 147, 149, 295 और 296 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, कई अन्य प्रासंगिक धाराएं भी लगाई गई हैं। पुलिस ने पापा शाह, सादिक शाह, वसीम पठान, सुल्तान बिल्डर, जुनैद शाह, तौफिक, शोएब के रूप में कुछ लोगों की पहचान भी की है, इनके नाम भी एफआईआर में शामिल हैं।
अब तक इस मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी भी की है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान साहिल लाला बागवान, समीर लाला बागवान, इसाक मिस्त्री, कल्लू पठान, विहान बागवान, कौसर मुस्सा खटीक और अज्या खटीक के रूप में हुई है।
वहीं इस मामले में पुलिस ने कहा- “कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया है, “यह एक छोटी सी घटना है। इस पर हल्ला मचाने की कोई जरूरत नहीं है। अफवाहों पर विश्वास न करें। मामले की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जाँच चल रही है।”
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