कर्नाटक के बेंगलुरू स्थित रामेश्वरम कैफे में हुए आईईडी ब्लास्ट के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी ने ब्लास्ट के मुख्य आरोपी और उसका साथ देने वाले की पहचान कर ली है। जांच एजेंसी के मुताबिक, ब्लास्ट करने वाला मुख्य आरोपी मुसाविर हुसैन शाजिद है, जबकि इस मामले में सह साजिशकर्ता की पहचान अब्दुल मतीन ताहा के तौर पर हुई है।
— NIA India (@NIA_India) April 5, 2024
दोनों ही कर्नाटक के शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं। वहीं इस वारदात को अंजाम देने में इन दोनों को रसद की आपूर्ति चिकमंगलूर के रहने वाले मुजम्मिल शरीफ ने की थी। उसे 26 मार्च को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस कस्टडी में उससे पूछताछ की जा रही है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर केंद्रीय एजेंसी ने कहा, “फरार आरोपी व्यक्तियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयासों के तहत कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में 18 स्थानों पर तलाशी ली गई है।”
बता दें कि 29 मार्च को एनआईए ने रामेश्वरम ब्लास्ट के आरोपियों का स्केच जारी करते हुए इन्हें पकड़वाने पर 10 लाख रुपए का इनाम भी रखा था। ब्लास्ट के मामले में जांच को और अधिक मजबूत करने के लिए एजेंसी आरोपियों के स्कूल-कॉलेज व कॉलेज के दोस्तों और उनके रिश्तेदारों तक की जांच कर रही है।
अपुष्ट न्यूज जांच में बन रही बाधा
अपने आधिकारिक बयान में जांच एजेंसी ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सभी से सहयोग करने का अनुरोध किया है। एनआईए ने कहा है कि इस मामले में असत्यापित खबरें मामले की प्रभावी जांच में बाधा बन रही है।
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क्या है पूरा मामला
उल्लेखनी है कि बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को करीब 28-20 वर्ष का आरोपी आया अपने बैग को टेबल पर रखा और फिर काउंटर पर जाकर टोकन लिया। रवा, इडली का उसने ऑर्डर किया। इससे पहले कि उसका ऑर्डर उस तक पहुंचे वो अपना बैग रखकर वहां से बाहर चला गया। रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके में सीसीटीवी के जरिए ये खुलासा हुआ है। इस धमाके में 9-10 लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे।
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