सियासत के मैदान में स्मृति ईरानी राहुल गांधी को अमेठी में पटखनी 2019 में दे चुकी हैं और अब खबर है कि वायनाड (राहुल गांधी सांसद हैं) में भी अब केंद्रीय मंत्री राहुल गांधी के खिलाफ उतरने जा रही हैं। वह यहां राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं, बल्कि वायनाड से बीजेपी के उम्मीदवार के नामांकन में शामिल होकर अपनी धमक दिखाने जा रही हैं।
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केरल की वायनाड सीट कांग्रेस की सुरक्षित सीट मानी जाती है, ठीक उसी तरह जैसे कभी यूपी की अमेठी और रायबरेली सीट थी। हालांकि, अमेठी में राहुल गांधी को पटखनी देने के बाद अब ईरानी वायनाड में भी उनके लिए चुनौती पैदा करने जा रही हैं। भाजपा की कोशिश ये है कि राहुल गांधी के लिए वायनाड सीट को भी मुश्किल बना दिया जाए।
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उल्लेखनीय है कि वायनाड कांग्रेस की सुरक्षित सीट इसलिए भी मानी जाती है क्योंकि 2009 और 2014 में एमवाई शानवास यहां से सांसद रहे, लेकिन 2018 में उनकी मौत के बाद ये सीट खाली हो गई। इस बीच तक कांग्रेस को राहुल गांधी की गिरती पॉपुलैरिटी का अंदाजा भी हो गया। ऐसे में उन्हें वायनाड और अमेठी दोनों जगह से 2019 लोकसभा चुनाव में उतारा गया। हालांकि, उनकी फूटी किस्मत ने अमेठी में उन्हें गच्चा दे दिया। यहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें 55000 वोटों के अंतर से पटखनी दी। लेकिन वो वायनाड से जीत गए। यहां उन्होंने 64.8 प्रतिशत वोट शेयर के साथ सीपीआई उम्मीदवार को 4.3 लाख वोटों के अंतर से हराया था।
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