गत दिनों नागपुर में मा.गो. वैद्य स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन हुआ। विषय था- ‘हिंदू जीवन दर्शन की सर्वसमावेशकता।’ इसे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री सुरेश सोनी ने कहा कि हिंदू जीवन दर्शन ही देश का मार्गदर्शन कर सकता है।
त्याग, स्व-समर्पण ये हमारे ही मूल्य हैं। इनसे ही हमें समाज का निर्माण करना चाहिए। हम जीवंत समाज जीवन की रचना कर सकते हैं। हमारा ध्येय है-‘वसुधैव कुटुंबकम्।’ उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जीवन-प्रणाली सर्वसमावेशक है। इसमें सहिष्णुता से पशु, पक्षी, वनस्पति आदि सहित सभी का विचार किया जाता है। सभी में ईश तत्व व्याप्त है। इस विशाल व्यवस्था में हम सभी उस विराट के अंश हैं। हिंदू विचारधारा समन्वय की है। उन्होंने कहा कि मा. गो. वैद्य स्वयं एक विचार थे। उन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
उनका जीवन प्रेरणादायी, सार्थक और जीवनमूल्य आधारित रहा। धर्म, संस्कृति, दर्शन आदि विषयों के साथ तात्कालिक गंभीर विषयों पर उनका लेखन शाश्वत है और हम सबके लिए मार्गदर्शक है। इस व्याख्यानमाला की अध्यक्षता प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने की। इस अवसर पर हिंदू धर्म संस्कृति मंदिर, नागपुर के अध्यक्ष मनोज वाघ सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।
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