गुजरात के भरुच में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा सर तन से जुदा का नारा लिखी चिट्ठी फेंकने और शंकराचार्य मठ में आग लगाने की कोशिश की गई। इसके साथ ही मठ के पुजारी को हत्या की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस अलर्ट हो गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मठ के पुजारी मुक्तानंद स्वामी का कहना है कि सुबह के करीब 5 बजे थे, मैं पूजा करने के लिए गया हुआ था। जब वापस लौटा तो हमारे पड़ोसी दिलीप दवे वहां दौड़ते हुए आए और उन्होंने मुझे बताया कि आपके दरवाजे पर एक व्यक्ति कुछ फेंक रहा था और बाद में उसने आपके दरवाजे पर आग लगा दी थी, जिसे मैने बुझा दिया है।
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पुजारी ने बताया कि पड़ोसी की बात पर जब हमने वहां के सीसीटीवी को चेक किया तो एक व्यक्ति को नदी के रास्ते से मठ के अंदर घुसते देखा गया। अंदर आने के बाद उसने कुछ सामान अंदर फेंका और साथ ही कागज के कुछ टुकड़े भी फेंके। सीसीटीवी में साफ-साफ काला कपड़ा और सफेट टोपी लगाए एक व्यक्ति को अंदर घुसते देखा जा सकता है। संदिग्ध रूप से देखा गया वह व्यक्ति बड़ी ही सावधानी के साथ मठ के दरवाजे पर कुछ फेंकता है और फिर आग लगाकर वहां से फरार हो जाता है।
पर्ची मिल गई
जिस पर पर्ची को आरोपी ने मठ के बाहर फेंका था, वो मिल गई है। उसमें लिखा था, ‘गुस्ताख ए पीर की एक ही सजा, सर तन से जुदा’। धमकी भरी पर्ची को देखकर पुजारी को इस बात का अंदेशा हो गया कि इसे जरूर किसी इस्लामिक कट्टरपंथी ने फेंका होगा। उन्होंने तुरंत पुलिस को इसके बारे में सूचित किया। पुलिस ने इस मजहबी नारे की पुष्टि की है।
मठ के पुजारी मुक्तानंद स्वामी के अनुसार, ये मठ और आसपास के सभी मंदिर द्वारका शारदा पीठ के अंतर्गत आते हैं, जो कि आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार पीठों में से एक है। इस घटना को लेकर भरुच जिले के एसपी मयूर चावड़ा ने कहा है कि नर्मदा नदी के तट पर नवचौकी ओवारा क्षेत्र में स्थित इस मठ की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हम आरोपी की तलाश कर रहे हैं।
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