बंदायू । मंगलवार देर शाम थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में दो मासूम हिंदू बच्चों की निर्मम हत्या (Badaun Double Murder) ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मुस्लिम युवक मोहम्मद साजिद ने जिस वहशी तरीके से इन मासूम हिंदू बच्चों को उस्तरे से काट कर मारा है उसे जानकर तो हर कोई अन्दर तक सहम गया है। इस घटना के तुरंत बाद ही पाञ्चजन्य मौके पर पहुंचा गया और लगातार इस मामले में नए खुलासे करने में जुटा हुआ है।
पीड़ित परिवार के साथ किया विश्वासघात
अब इस मामले में यह बात सामने आई है कि मोहम्मद साजिद ने पीड़ित परिवार के साथ बड़ा विश्वासघात किया था। दरअसल इस घटना के बाद एक बात यह निकाल कर सामने आई कि आरोपी मोहम्मद साजिद पीड़ित परिवार के पास कुछ पैसे लेने गया था। उसने पैसे लेने का कारण बताते हुए कहा कि उसकी बेगम गर्भवती है। इसलिए उसे पैसों की सख्त जरुरत है। जबकि मामला इसके बिलकुल उल्ट निकला और इस बात का खंडन आरोपी की बेगम सना ने खुद किया।
वहीं अगर मृतक बच्चों के पिता विनोद के द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट की माने तो- मोहम्मद साजिद, मोहम्मद जावेद के साथ उनके घर शाम 7 बजे के आसपास आया था। इसके बाद उसने अंदर आकर मृतक बच्चों की माँ संगीता से 5000 रुपए मांगे। जिसके पीछे मोहम्मद साजिद ने कारण बताया कि उसकी बेगम गर्भवती है और उसके इलाज के लिए पैसे चाहिए।
बेगम सना ने बताया साजिद का सच
वहीं जब इस मामले में मोहम्मद साजिद की बेगम सना से संपर्क किया गया तो सच बताते हुए सना ने बताया कि लगभग आठ दिन पहले उसकी साजिद से बात हुई थी। वह उसे 15 दिन पहले ही मायके छोड़कर गया था। मायके जाने का कारण पूछा गया तो सना ने बताया कि साजिद उसे समय समय पर 15 से 20 दिन के लिए मायके में छोड़ जाता था।
वहीं जब सना से मासूम बच्चों की हत्या के बारे में सना से पूछा गया तो सना ने बताया कि उसे इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी नहीं है, उसने भी इसकी खबर सुबह ही पता चली कि साजिद ने दो बच्चों की हत्या कर दी जिसके बाद पुलिस एनकाउंटर में उसे गोली लगी है।
आरोपी ने मकान मालिक से किया विश्वासघात
बदायूं में जब हम पीड़ित परिवार के घर से निकाल रहे थे तो हमारी मुलाकात मोहम्मद साजिद के मकान मालिक संजीव से हुई. बातचीत के दौरान संजीव ने बताया कि मोहम्मद साजिद मेरे घर में किराए पर रहता था। दिखने में तो एकदम सीधा सादा था लेकिन इस घटना के बाद तो मेरे होश ही उड़ गए है। मैं हैरान हूँ कि उसके अन्दर इतना जहर भरा हुआ था। अपने अन्दर इतनी कट्टरता भरकर वह एक दम शांत कैसे रहता था। मैंने उसके स्वभाव और भोलेपन को देखते हुए ही उसे किराएदार बनाया था। लेकिन इस कृत्य के बाद मुझे लगता है कि मेरे साथ भी उसने विश्वासघात किया है।
राम-राम बोलकर हिन्दुओं को रिझाता था साजिद
पीड़ित परिवार के घर से बमुश्किल 50 मीटर की दुरी पर रोड के दूसरी तरफ मोहम्मद साजिद की सैलून की दुकान है, जब हम वहां पहुंचे तो वहां हमारी मुलाकात साजिद के कुछ नियमित ग्राहकों से हुई। उन्होंने बताया कि वह जब भी साजिद के सैलून पर आते थे तो साजिद मुस्कान के साथ राम-राम से स्वागत करता था।। बाल कटते समय उसकी नजर अक्सर बाहर की तरफ रहती थी, और जैसे ही कोई आस-पास का कोई हिंदू युवक निकलता तो तपाक से उससे खुद से राम-राम करता था। उस के इसी व्यवहार से उसके पास हिंदू ग्राहकों की भीड़ रहती थी।
एक ग्राहक मुकेश ने अपने घर जाते समय चलते-चलते बताया कि उससे बात करते समय उसके अन्दर भारी कट्टरता कभी दिखाई ही नहीं दी। हमने भी जब इस घटना के बारे में सुना तो हम भी सन्न रह गए कि कैसे कोई इतनी नफरत मन में लेकर हिंदू बस्तियों में हिन्दुओं को ही अपना ग्राहक बनाकर उन्हें अपना निशाना बना सकता है। ये तो सीधा-सीधा विश्वास में लेकर विष देने वाली घटना है।
दूसरे आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
बता दें कि आरोपी मोहम्मद साजिद घटना के बाद से ही फरार हो गया था जिसके बाद तलाश करने पर जब उसे सरेंडर करने के लिए कहा गया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दिया जिसके बाद जबावी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसे लगी और अस्पताल में इलाज के दौरान उसने अपना दम तोड़ दिया। फिलहाल पुलिस फरार हुए दूसरे आरोपी जावेद की तलाश में जुटी हुई है।
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