पश्चिम बंगाल में संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर जानलेवा हमले की जांच कर रही सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़ा एक्शन लिया। जांच एजेंसी ने निलंबित TMC नेता शेख शाहजहां के भाई शेख अलोमगीर, माफौजर मुल्ला और सिराजुल मुल्ला को गिरफ्तार कर लिया है।
इनमें से माफौजर मुल्ला और अलोमगीर दोनों ही टीएमसी से जुड़े हुए हैं। जबकि तीसरा आरोपी स्थानीय निवासी बताया जा रहा है। इन तीनों को आज जांच एजेंसी स्थानीय अदालतमें पेश करेगी। सीबीआई को इस बात का शक है कि जब 5 जनवरी को ईडी राशन घोटाले के मामले में संदेशखाली में छापा मारने आई थी तो उस पर हमला करने वाले आरोपियों में ये भी शामिल थे।
इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि शेख शाहजहां टीएमसी का जिलाध्यक्ष था। वह पश्चिम बंगाल में पीडीएस घोटाले का आरोपी है। इस मामली की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। इसी मामले में 5 जनवरी 2024 को जब ईडी की टीम संदेशखाली में ममता बनर्जी के खास आदमी शेख शाहजहां के ठिकाने पर रेड करने पहुंची तो हजारों की संख्या में उसके आदमियों ने ईडी पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें कई ईडी अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गए। अब सीबीआई इसी मामले में एक्शन ले रही है।
इसके अलावा संदेशखाली में शेख शाहजहां और उसके गुर्गों पर हिन्दू महिलाओं के साथ गैंगरेप और उनकी जमीनों को हथियाने का भी आरोप है। ईडी की टीम पर हमले के बाद इस मामले का भी खुलासा हुआ। मामले में भाजपा ने जबर्दस्त तरीके से प्रदर्शन किया। इसका असर ये हुआ कि 55 दिनों की फरारी के बाद आखिरकार शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया।
पीड़िता बोलीं-शेख शाहजहां के भाई दरिंदगी में उससे आगे
संदेशखाली की पीड़ित महिलाएं दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने आई हैं। इनमें से एक पीड़िता ने बताया कि शेख शाहजहां के भाई दरिंदगी में उससे भी दो कदम आगे हैं। गैंगरेप पीड़िता ने बताया कि जब वो ग्रेजुएशन कर रही थी तो एक दिन शेख शाहजहां के भाई और उसके दोस्तों ने रात में उसे बुला लिया। उन लोगों ने पहले उससे खाना बनवाया। इसके बाद सभी ने गैंगरेप किया। पीड़िता ने कहा कि अगर मैं विरोध करती तो मेरे घर के पुरुषों की वो लोग हत्या कर देते।
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