भारत की अदालतों में करोड़ों की संख्या में केस लंबित हैं और पीड़ित इंसाफ की आस में अदालती चौखट ताकते रह जाते हैं। लेकिन शायद ये पहली बार हुआ है जब देश में पहली बार एक ही दिन में 1,13,60,144 मामलों का निपटारा हुआ हो। जी हां शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में यह कारनामा कर दिखाया गया।
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बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (एनएएलएसए) ने 9 मार्च को 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के तालुकों, जिलों और उच्च न्यायालयों में वर्ष 2024 के लिए पहली राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। जहां पर एक ही दिन में इतने सारे मामलों का निपटारा कर दिया गया। बताया गया है कि देशभर के राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरणों से 9 मार्च शाम 6 बजे तक की जानकारी के अनुसार – पहली राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1,13,60,144 मामले निपटाए गए। इन मामलों में 17,14,056 केस काफी समय से लंबित चल रहे थे। इसके अलावा इसमें 96,46,088 प्री-लिटिगेशन से जुड़े मामले थे।
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NSLSA की ओर से देशभर के कानूनी सेवा प्राधिकरण के द्वारा आयोजित इस लोक अदालत का नेतृत्व इसके कार्यकारी अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने किया। रिपोर्ट के मुताबिक, 1,13,60,144 मामलों के निपटाने की कुल राशि का उनुमानित मूल्य ₹8065.29 आंका गया है। दावा तो ये भी है कि अभी कई राज्य कानून सेवा प्राधिकरणों की तरफ से अपनी रिपोर्ट नहीं दी गई है। ऐसे में केसों की संख्या बढ़ सकती है। प्रशासनिक कारणों से, पहली राष्ट्रीय लोक अदालत 3 मार्च को महाराष्ट्र, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव में आयोजित की गई था। 16 मार्च को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में भी ऐसे आयोजन किए जाएंगे।
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