‘किसी ने कहा-लोकसभा चुनाव हैं भैया कुछ भी हो सकता है’। पश्चिम बंगाल में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है। हिन्दुओं के हर त्योहारों पर नकेल कसने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद को हिन्दू समर्थक दिखाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में इस साल 17 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर ‘सरकार छुट्टी’ का ऐलान पश्चिम बंगाल सरकार ने किया है।
खास बात ये है कि ममता बनर्जी सरकार ने ये घोषणा ऐसे वक्त में किया है, जब आज (रविवार) कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान पर एक विशाल रैली करने जा रही है। उससे पहले खुद को हिन्दू समर्थक दिखाने की कोशिश ममता बनर्जी कर रही हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इस रैली को ‘जन गर्जन रैली’ नाम दिया गया है, जिसके जरिए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी एजेंडा सेट करने की कोशिश करेंगी। माना जा रहा है कि इस रैली को अभिषेक बनर्जी भी संबोधित कर सकते हैं।
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बीजेपी बोली-अब देर हो गई
ममता सरकार के इस कदम को लेकर भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित कुमार मालवीय कहते हैं कि जय श्री राम का नाम सुनकर ही चिढ़ जाने वाली ममता बनर्जी ने राम नवमी को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। ये कदम उन्होंने अपनी हिन्दू विरोधी छवि को बदलने के लिए किया है। हालांकि, अब बहुत देर हो चुकी है। मालवीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह सुनिश्चित करना होगा कि राम नवमी के जुलूस के दौरान कोई पत्थरबाजी न हो। क्या वह ऐसा करेंगी? जय श्री राम
पिछले साल राम नवमी पर कट्टरपंथियों ने किया था दंगा
गौरतलब है कि पिछले साल रामनवमी के मौके पर हिन्दुओं द्वारा निकाली गई शोभा यात्रा पर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने पथराव कर दिया था। इसके बाद दंगा भड़क गया था। उस मामले की जांच NIA कर रही है। हाल ही में 2 मार्च को NIA ने राम नवमी हिंसा के मामले में अफरोज आलम, मोहम्मद अशरफ, मोहम्मद इम्तियाज आलम, इरफान आलम, कैसर, मोहम्मद फरीद आलम, मोहम्मद फुरकान आलम, मोहम्मद पप्पू, मोहम्मद सुलेमान, मोहम्मद सरजन, मोहम्मद नुरुल होदा उर्फ “नानुआ”, वसीम आर्य, मोहम्मद सलाउद्दीन, मोहम्मद जन्नाथ आलम, वसीम अकरम उर्फ ”विक्की” और मोहम्मद तनवीर आलम समेत 16 इस्लामिक कट्टरपंथियों को गिरफ्तार कर लिया था। ये सभी कट्टरपंथी दालखोला के ही रहने वाले हैं, जहां दंगा भड़का था।
खास बात ये है कि हर बार ममता सरकार ने इस्लामिक तुष्टिकरण करते हुए हिन्दुओं के ही खिलाफ कार्रवाई की थी। 30 दिसंबर 2022 को वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के दौरान कोलकाता के हावड़ा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए गए थे, जिससे ममता बनर्जी बुरी तरह से चिढ़ गई थीं। यहीं नहीं कुछ माह पहले टीम इंडिया की नारंगी रंग की प्रैक्टिस की जर्सी को देखकर भी ममता बनर्जी चिढ़ गई थीं उन्होंने केंद्र सरकार पर क्रिकेट का भगवाकरण करने का आऱोप लगाया था।
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