देहरादून । कभी कांग्रेस के टिकट के लिए मारा मारी होती थी, आज ये हालत है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी इस खौफ में है कि कहीं टिकट मिल गया तो घर में बची जमा पूंजी भी कहीं खत्म न हो जाए।इसलिए ऊपरी तौर पर दावेदारी कर रहे कांग्रेस नेता इस बात के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे है कि उन्हें टिकट न मिले।
उत्तराखंड में बीजेपी के पास पांचों लोकसभा सीटें है और जिस दिन श्री राम मंदिर का शुभारभ हुआ उसके बाद जो देश भर में और उत्तराखंड में मोदी सरकार के प्रति जो वातावरण बना उस के बाद से ये लगने लगा है कि एक बार फिर देश में मोदी सरकार आने वाली है।
पीएम मोदी के समर्थन में उत्तराखंड में भी जबर्दस्त माहौल बना हुआ है, इस की तस्वीर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नारी वंदन समारोह के रोड शो में उमड़ती भीड़ से दिखाई दी है।
बीजेपी संगठन भी इस समय कोई कसर चुनाव तैयारियो को लेकर, नही छोड़ रहा है। बीजेपी के हर लोकसभा क्षेत्र में , हर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय तक खुल गए है और पांच में से तीन लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नामो की घोषणा भी हो चुकी है और उनका जन संपर्क भी शुरू हो गया है। जबकि अभी चुनाव घोषित नही हुए है।
उधर कांग्रेस नेताओ में मोदी फोबिया इस कदर हावी है कि जो अपने आप को लोकसभा प्रत्याशी की दौड़ में रखते है वो भी प्रार्थना कर रहे है कि उन्हें टिकट न मिलें ,इसके पीछे बड़ा कारण चुनाव खर्च को लेकर है, एक लोकसभा चुनाव का खर्चा करोड़ो में होने लगा है और कांग्रेस नेताओ को ये अंदेशा है कि उन्हें बाजार से अब वैसा चंदा भी नही मिलेगा जो पहले कभी मिला करता था,
क्योंकि चंदा देने वाला भी ये माहोल देख लेता है कि देश में सरकार किसकी आ रही है, कांग्रेस के प्रत्याशी जो भी होंगे वो अपने चुनाव के लिए अपने जेब का कितना खर्च करेंगे ? ये भी बड़ा सवाल है।
कांग्रेस के दावेदार प्रत्याशी इस उम्मीद में है कि पार्टी हाई कमान उन्हे चुनाव खर्च के लिए पैसा देगा, ऐसी खबर है कि पार्टी हाई कमान भी इस समय तंगहाली में है। इसलिए कांग्रेस पार्टी के भीतर उह पोह की स्तिथि बनी हुई है।
उत्तराखंड में लोकसभा क्षेत्र भी बड़े बड़े है, खास तौर पर पहाड़ो मे ,दूरस्थ इलाकों में कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों के आने जाने में खर्चा बहुत ज्यादा होता है। मैदानी इलाकों की अपेक्षा पहाड़ में चुनाव खर्च तीन गुना बैठता है।
ऐसे में पार्टी के दावेदारों ने चुनाव खर्च को लेकर पार्टी हाई कमान के आगे भी सवाल खड़े किए है कि खर्चा कितना देंगे ?
सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा जब यहां आई तो उन्हे भी इन सवालों से जूझना पड़ा था। बरहाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा का दावा है कि यहां पांच लोकसभा सीटों पर 55 नेताओ ने दावेदारी की थी जिसकी स्कूटनी की गई और अब 15 नाम पार्टी हाई कमान को भेजे गए है , आखिरी नामो की सूची कांग्रेस की पार्लियामेंट्री बोर्ड द्वारा जारी की जाएगी। अब देखना ये है कि जिन्हे टिकट मिलेगा वो कितनी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरते है।
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