पंजाब विधानसभा में आज बजट सत्र शुरू हुआ परंतु विपक्ष द्वारा हंगामा मचाए जाने के चलते राज्यपाल को मत्र 9:38 मिनट में अपना अभिभाषण बीच में छोड़ कर जाना पड़ा। दरअसल पंजाब के शम्भू बार्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है और इसको लेकर कांग्रेस पार्टी राजनीति करती नजर आई।
सदन में आज विपक्ष ने आंदोलनकारी किसान शुभकरण सिंह मौत मामले में पंजाब सरकार को घेरा। विपक्ष ने हरियाणा के सीएम, गृह मंत्री अनिल विज और अंबाला के एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राजा वडि़ंग और प्रताप सिंह बाजवा ने किसान शुभकरण की मौत पर पंजाब सरकार को घेरा। विपक्ष ने इस मामले में जीरो एफआईआर दर्ज करने का मुद्दा उठाया और सरकार से इस मामले पर जवाब देने की मांग की।
दोनों नेताओं ने राज्यपाल से कहा कि अभिभाषण शुरू होने से पहले दो मिनट का मौन रखा जाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रताप सिंह बाजवा से अभिभाषण शुरू होने देने की अपील की। इसके बाद शोरगुल और नारेबाजी के बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण शुरू किया। कुछ देर में कांग्रेस सदस्य वेल में पहुंचे। विपक्ष ने हरियाणा मुख्यमंत्री और गृह मंत्री पर केस दर्ज करने की मांग की। राजा वडि़ंग ने कहा कि अभी सिर्फ एक एफआईआर हुई है। एक अन्य घायल किसान प्रीतपाल पीजीआई में भर्ती हैं। उनके मामले में अभी तक कोई कर्रवाई नहीं की गई है। कांग्रेस विधायकों ने वेल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी। इस पर राज्यपाल ने कहा कि मैं आपकी नाराजगी और गुस्से को समझ सकता हूं लेकिन आपको अपनी बात रखने का समय मिलेगा। कांग्रेस व शिअद नेताओं ने पंजाब और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राज्यपाल ने नारेबाजी के बीच अपना अभिभाषण खत्म किया। वे केवल 9:38 मिनट ही बोल सके। सदस्यों का सत्र में स्वागत संबंधी लाइन पढऩे के बाद राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ा हुआ समझा जाए कहकर अपना अभिभाषण समाप्त किया।
पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होती है। लोकतंत्र की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए लोगों की इच्छाओं को पूरा करने की कोशिश करेंगे। ज्ञात रहे कि लोकसभा चुनावों को लेकर केंद्र में चाहे आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के बीच चुनावी समझौता हो गया है परंतु पंजाब में दोनों दल एक-दूसरे के खिलाफ भिड़ते नजर आएंगे। सदन में आज कांग्रेस पार्टी के विधायकों की गतिविधियों से नजर आया कि पार्टी किसान आंदोलन की आड़ में राजनीति अधिक करती दिखाई दे रही है।
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