पश्चिम बंगाल पुलिस ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। 53 वर्षीय तृणमूल नेता को उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से पुलिस गिरफ्तार किया है। यहां वो अपने सहयोगियों के साथ छिपा हुआ था। उसे आज करीब 10:30 बजे बशीरहाट की अदालत में पेश किया गया और 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
शेख शाहजहां 55 दिन से फरार चल रहा था। शेख के ऊपर, उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली की महिलाओं ने यौन उत्पीड़न, जमीन हड़पने समेत कई आरोप लगाए थे। साथी ही वह ईडी के टीम पर हमले का भी आरोपी है।
वहीं जब गिरफ्तारी के तुरंत बाद शेख शाहजहां के वकील जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे तो कोलकाता हाईकोर्ट ने भी शेख शाहजहां को लेकर सख्त टिप्पणी कर जाहिर कर दिया कि शेख शाहजहां को फिलहाल कोई राहत नहीं मिलने वाली है। कोर्ट का कहना था कि शाहजहां पर 42 मुकदमे हैं। इसलिए सुनवाई के बाद ही जमानत पर फैसला होगा।
कोलकाता हाईकोर्ट ने शेख शाहजहां के वकील से कहा कि हम आपके पेश होने का इंतजार कर रहे थे। इस पर वकील ने कहा कि शाहजहां को कल रात गिरफ्तार किया गया था। मेरी अग्रिम जमानत की याचिकाएं अभी पेंडिंग हैं। हम निचली अदालत में लंबित चार जमानत याचिकाओं पर शीघ्र सुनवाई चाहते हैं।
इस पर चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम ने फटकार लगाते हुए कहा कि हमें इस शख्स से कोई सहानुभूति नहीं है। हम सोमवार को मामले की सुनवाई करेंगे। शाहजहां पर 42 मामले दर्ज हैं। अगले 10 साल तक कोर्ट आना-जाना पड़ेगा। पेशी होगी। सुनवाई चलेगी। फिर फैसला आएगा।
कोर्ट ने कहा, वकील साहब “उसे गिरफ्तार ही रहने दो। अगले 10 साल तक ये आदमी आपको बहुत व्यस्त रखेगा। आपको इस केस के अलावा कोई और चीज देखने का मौका नहीं मिलेगा। उसके खिलाफ 42 केस दर्ज हैं। वो फरार भी था। जो कुछ भी आपको चाहिए, आप सोमवार को आइए। हमारे पास उसके लिए कोई सहानुभूति नहीं है।”
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