एलएसी के अग्रिम इलाकों तक संचार तंत्र मजबूत करने पर फोकस : सेना प्रमुख
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम रक्षा

एलएसी के अग्रिम इलाकों तक संचार तंत्र मजबूत करने पर फोकस : सेना प्रमुख

एक साल में भारत और चीन के बीच कोई और टकराव वाला क्षेत्र नहीं उभरा

by WEB DESK
Jan 29, 2024, 09:47 pm IST
in रक्षा
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सोमवार को कहा कि पिछले एक साल में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच कोई और टकराव वाला क्षेत्र नहीं रहा है। इसके बावजूद दोनों देशों की सेनाओं के बीच स्थिति स्थिर लेकिन ‘संवेदनशील’ बनी हुई है। एलएसी के अग्रिम इलाकों में तैनात सैनिकों तक पहुंचने के लिए रणनीतिक सड़क बनाने, संचार तंत्र मजबूत करने के लिए 5जी इंटरनेट उपलब्ध कराने और बिजली आपूर्ति पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

अग्रिम इलाकों में तैनात ‘मेड इन इंडिया’ हथियार प्रणाली पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने एक साक्षात्कार में कहा कि हमारे पास विभिन्न प्रकार के ड्रोन और यूएवी भी हैं। हम क्वांटम कंप्यूटिंग परीक्षणों के अंतिम चरण में हैं। इसके बाद हमारे पास क्वांटम कंप्यूटिंग एन्क्रिप्शन और प्रौद्योगिकी के माध्यम से बेहतर सुरक्षित संचार होगा। उन्होंने दोहराया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति स्थिर ‘लेकिन संवेदनशील’ बनी हुई है लेकिन पिछले एक साल में भारत और चीन के बीच कोई और टकराव वाला क्षेत्र नहीं रहा है।

जनरल पांडे ने कहा कि भारत चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जो जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश राज्यों से होकर गुजरती है। सेना प्रमुख ने कहा कि अप्रैल, 2020 से अब तक कोर कमांडर स्तर की कुल 20 बैठकें और चीन-भारत सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 14 बैठकें हुई हैं। गतिरोध का समाधान करने के लिए राजनयिक और सैन्य स्तर पर वार्ता के माध्यम से प्रयास जारी रहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन वार्ताओं के माध्यम से हम एक समाधान निकाल लेंगे।

उन्होंने कहा कि मई, 2020 में जब चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर यथास्थिति को आक्रामक रूप से बदलने की कोशिश की। इसके बाद जून, 2020 में गलवान झड़प के बाद पेट्रोलिंग पॉइंट 15 नए टकराव बिंदु के रूप में उभरा। इसके बाद यहां पर दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी सेनाओं को तैनात किया है। उत्तरी सीमा पर सेना की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए जनरल पांडे ने कहा कि हमारी तैनाती मजबूत और संतुलित बनी हुई है और हम किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने में सक्षम होने के लिए पर्याप्त भंडार भी बनाए हुए हैं।

सेना प्रमुख ने कहा कि हम इन क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी, आधुनिकीकरण, हमारे संरक्षित वाहनों, निगरानी ड्रोन, बेहतर संचार रेडियो सेट आदि जैसी बेहतर प्रणालियों को शामिल करने के संदर्भ में अपनी क्षमता विकास पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। साथ ही हमारा प्रयास और फोकस बुनियादी ढांचे के विकास पर है। उन्होंने कहा कि एलएसी के अग्रिम इलाकों में तैनात सैनिकों तक पहुंच आसान बनाने के लिए रणनीतिक सड़क निर्माण, संचार तंत्र मजबूत करने के लिए 5जी इंटरनेट उपलब्ध कराने और बिजली आपूर्ति पर फोकस कर रहे हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि सरकारी एजेंसियों, स्थानीय प्रशासन और स्थानीय आबादी के साथ मिलकर एलएसी पर अपनी तैयारी का स्तर हमेशा ऊंचा रखने के लिए भी काम कर रहे हैं।

(सौजन्य सिंडिकेट फीड)

Topics: securityसुरक्षाचीन सीमाlacChina borderसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेArmy Chief General Manoj Pandeyसंचार तंत्रमनोज पांडे का बयानcommunication systemstatement of Manoj Pandey(एलएसी)
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Representational Image

भारत के चिकन नेक के बगल में बनने जा रहा चालाक चीन का एयरबेस! काठमांडू क्या करने गए थे बीजिंग के अफसर!

Uttarakhand Kedarnath Unesco

उत्तराखंड: 30 अप्रैल से ही शुरू होगी चारधाम यात्रा, गढ़वाल कमिश्नर बोले-हम यात्रा के लिए पूरी तरह हैं सजग

Representational Image

जिन्ना के देश की ‘सुरक्षा’ भरोसे लायक नहीं, अब China के अपने फौजी करेंगे CPEC की सुरक्षा

Screenshot

भारतीय सेना को बड़ी मजबूती : 54 हजार करोड़ से टी-90 टैंकों से लेकर अवाक्स तक, चीन सीमा पर बढ़ेगी ताकत

Panchjanya Manthan CM Yogi Aaditynath Sanatan Dharma

“सनातन धर्म और भारत की वास्तविक पहचान दुनिया ने देखी”, महाकुंभ मंथन में औरंगजेब और संभल पर भी बोले CM योगी आदित्यनाथ

प्रतीकात्मक चित्र

चीन ने पूर्वी लद्दाख में LAC से पीछे खींचे कदम, भारतीय शौर्य की विजय

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मुंबई: ‘सिंदूर ब्रिज’ का हुआ उद्घाटन, ट्रैफिक जाम से मिलेगी बड़ी राहत

ब्रिटेन में मुस्लिमों के लिए वेबसाइट, पुरुषों के लिए चार निकाह की वकालत, वर्जिन बीवी की मांग

Haridwar Guru Purnima

उत्तराखंड: गुरु पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पावन गंगा में आस्था की डुबकी

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार में 10 बीघा सरकारी जमीन पर बना दी अवैध मजार, हिंदू संगठनों में रोष, जांच के आदेश

Supreme court OBC reservation

केरल की निमिषा प्रिया को यमन में फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, केंद्र से जवाब तलब

इंदिरा गांधी ने आपातकाल में की थी क्रूरता, संजय गांधी ने जबरन कराई थी नसबंदी: शशि थरूर

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

रात में भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

Earthqake in Delhi-NCR

दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, झज्जर रहा केंद्र; कोई हताहत नहीं

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies