आखिरकार Pakistan के प्रधानमंत्री ने माना, Baluchistan चाहता है आजादी
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

आखिरकार Pakistan के प्रधानमंत्री ने माना, Baluchistan चाहता है आजादी

बलूचिस्तान में असंतोष है, वहां छटपटाहट है पाकिस्तान से आजाद होने की। वहां के लोग पुलिस और सेना के दमन से परेशान हो चुके हैं

by WEB DESK
Jan 29, 2024, 12:15 pm IST
in विश्व
File Photo

File Photo

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि जब प्रधानमंत्री के स्तर से इस बात को स्वीकारा गया है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान के शासन तले त्रस्त है और आजाद होने को छटपटा रहा है। पड़ोसी इस्लामी देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने यह माना है कि बलूचिस्तान में हत्याओं और अपहरणों से त्रस्त हो चुके वहां के लोग अब पाकिस्तान से आजाद होना चाहते हैं। कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने आखिरकार एक साक्षात्कार में यह बात मानी है। पहले सरकार के स्तर पर कभी यह बात इस रूप में स्वीकारी नहीं गई थी।

लेकिन अपने ताजा साक्षात्कार में काकर ने माना है कि बलूचिस्तान में रहने वाले पाकिस्तान से बहुत असंतुष्ट हैं, वहां के लोग एक आजाद स्टेट की आवाज बुलंद कर रहे हैं। काकर ने यह बात तब कही जब उनसे बलूचिस्तान में एक लंबे समय से जारी अपहरणों और हत्याओं के दौर से त्रस्त लोगों के बारे में पूछा गया। इसके जवाब में काकर ने माना कि बलूचिस्तान के लोगों का सब्र जवाब दे रहा है और वे एक आजाद बलूची के नाते अपनी पहचान पाने को बेचैन हैं।

पड़ोसी इस्लामी देश के अब तक रहे नेता जानते रहे हैं कि बलूचिस्तान में असंतोष है, वहां छटपटाहट है पाकिस्तान से आजाद होने की। वहां के लोग पुलिस और सेना के दमन से परेशान हो चुके हैं। बुनियादी सुविधाओं की किल्लत ने उनका जीना मुहाल किया हुआ है। लेकिन तो भी इस्लामाबाद ने उस क्षेत्र के नागरिकों से सौतेला बर्ताव करना नहीं छोड़ा। लेकिन अब यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री स्तर के नेता ने बलूचिस्तान से उठ रही आजादी की मांग की बात स्वीकार की है।

कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल के बलूचिस्तान के संदर्भ में दिए इस बयान से वहां हलचल मचना भी स्वाभाविक ही है। यह मानना एक बड़े बदलाव जैसा है कि बलूचिस्तानी पाकिस्तान से संतुष्ट नहीं हैं, न ही वे अब इस्लामबाद के राज तले रहने को तैयार हैं। उन्हें वहां की हुकूमत से आजादी चाहिए।

कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर

क्या बलूचिस्तान के संदर्भ में आया प्रधानमंत्री काकर का यह बयान और बलूचों की आजादी के अभियान को अल्पसंख्यक समूह की चिंताओं की बात करना यहां की पिछली सरकारों की नीति से एक अलग नजरिया प्रस्तुत करता है? इस सवाल के पीछे कारण यह है कि पहले कभी किसी सरकार के अगुआ ने यह माना तक नहीं था कि वहां आजादी की कोई मांग उठती रही है।

इसके साथ ही काकर ने यह भी माना है कि बलूचिस्तान से लोग जबरन अगवा किए गए हैं, वे गायब हो रहे हैं। उनके अनुसार, ऐसे मामलों को सुलझाने में कई चुनौतियां हैं। काकर का कहना है कि अगवा या ‘लापता’ होने वालों को वापस लाने पर ध्यान देना होगा।

दरअसल बलूचिस्तान में असंतोष के मूल में है वहां के लोगों में बलूच के नाते एक अलग पहचान की चाहत। काकर ने कम से कम इस बात को स्वीकारा है, हालांकि पहले के किसी प्रधानमंत्री ने इस तरह से इस मुद्दे को कभी स्वीकारा नहीं था।

Representational Image

क्या बलूचिस्तान के संदर्भ में आया प्रधानमंत्री काकर का यह बयान और बलूचों की आजादी के अभियान को अल्पसंख्यक समूह की चिंताओं की बात करना यहां की पिछली सरकारों की नीति से एक अलग नजरिया प्रस्तुत करता है? इस सवाल के पीछे कारण यह है कि पहले कभी किसी सरकार के अगुआ ने यह माना तक नहीं था कि वहां आजादी की कोई मांग उठती रही है।

हैरानी की बात है कि एक तरफ तो काकर यह स्वीकार रहे हैं कि बलूचिस्तान वाले पाकिस्तान के दमन से आहत हैं तो दूसरी तरफ बलूचिस्तान के राजनीतिक दलों और नेताओं का मानना है कि खुद काकर बलूच आंदोलन को कुचलने के कदमों में संलिप्त पाए गए हैं। उनका कहना है कि काकर ने तो खुद लापता या मारे गए बलूचों के परिजनों पर लाठियां चलाने के फरमान दिए थे।

लेकिन काकर के ताजा बयान के बाद, विशेषज्ञों के मन में कुछ सवाल हैं। क्या काकर अब गंभीरता से बलूचों की बात सुनेंगे? क्या वे सेना को बलूचों पर अत्याचार न करने के आदेश देंगे? क्या वे बलूचों की आजादी की मांग को बड़े मंच पर उठाएंगे, उस पर चर्चा करेंगे?

Topics: बलूचकाकरkakarपाकिस्तानkidnappingsPakistanmurdersislamabadbaluchistanarmybaluchindependenceबलूचिस्तान
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, भारत ने किया बेअसर : रक्षा मंत्रालय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: भारतीय प्लेन गिराने के दावे की सच्चाई पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुद ही बता दी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies