गत 15 जनवरी को पाञ्चजन्य के स्थापना दिवस पर नई दिल्ली स्थित अशोक होटल में एक समागम हुआ। इसका उद्घाटन जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी महाराज ने किया।
कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने कहा कि पाञ्चजन्य अपनी स्थापना के 77 वर्ष पूर्ण कर रहा है। इस लंबी यात्रा में पाञ्चजन्य ने सरोकार रखा तो सिर्फ भारत से।
देश से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ ही पाञ्चजन्य ने ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ से लेकर ‘मंदिर वहीं बना है’ तक श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के हर पड़ाव की गहन और प्रामाणिक समाचार जन-जन तक पहुंचाए हैं।
समागम में कुल 11 सत्र हुए। पतंजलि आयुर्वेद प्रा.लि. के कार्यकारी अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, स्वामी दीपांकर सनातनी, प्रख्यात अभिनेता नीतीश भारद्वाज, अयोध्या आंदोलन में बलिदान हुए कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी, फिल्म कलाकार पीयूष मिश्रा, अयोध्या आंदोलन को अपनी आंखों से देखने वाले पत्रकार गोपाल शर्मा, सुभाषचंद्र सिंंह और अशोक श्रीवास्तव ने विभिन्न सत्रों में अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों के गणमान्यजन उपस्थित थे।
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