Israel-Hamas War: 'युद्धविराम के लिए हमास के याह्या से बात करो', UNGA में इस्राइली राजदूत ने लहराया पोस्टर
July 22, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Israel-Hamas War: ‘युद्धविराम के लिए हमास के याह्या से बात करो’, UNGA में इस्राइली राजदूत ने लहराया पोस्टर

पोस्टर पर अंग्रेजी में लिखा था-'युद्धविराम के लिए संपर्क करें, याह्या सिनवार'। पोस्टर पर याह्या का फोन नंबर भी लिखा हुआ था

by WEB DESK
Dec 14, 2023, 12:15 pm IST
in विश्व
'युद्धविराम के लिए हमास के याह्या से बात करो', यूएन आम सभा में इस्राइली राजदूत ने लहराया पोस्टर

'युद्धविराम के लिए हमास के याह्या से बात करो', यूएन आम सभा में इस्राइली राजदूत ने लहराया पोस्टर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

UNGA में इस्राइल—हमास जंग को रोकने संबंधी प्रस्ताव पर बहस के बाद, मतदान से ठीक पहले इस्राएल के राजदूत वहां उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को चौंकाते हुए एक पोस्टर लहराने लगे। इस पोस्टर पर अंग्रेजी में लिखा था—’युद्धविराम के लिए संपर्क करें, याह्या सिनवार’। पोस्टर पर याह्या का फोन नंबर भी लिखा हुआ था। यानी इस्राएल के राजदूत का संदेश साफ था कि युद्धविराम के लिए पहले हमास की बर्बरता को रोकने की बात करो।

लेकिन इस बीच मतदान हुआ और इस्राइल—हमास संघर्ष को रोकने संबंध युद्धविराम का प्रस्ताव आम सभा में पारित हो गया। इसी प्रस्ताव के पारित होने से ठीक पहले इस्राइली राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से हमास से बात करने को कहा था। उसका फोन नंबर तक दर्शाया था। यूएनजीए में इस्राइली राजदूत गिलाद एर्दान का यह संकेत बहुत मायने रखता है। क्योंकि यह संघर्ष गत 7 अक्तूबर को शुरू ही हमास के इस्राएली शहरों पर बर्बर हमले और करीब 1500 मासूम नागरिकों की पाशविक हत्या की प्रतिक्रिया से हुआ था।

कल उस वक्त जब बैठक के बीच यह पोस्टर लहराया गया तो संयुक्त राष्ट्र महासभा में अचानक सन्नाटा छा गया। गाजा में फौरन संघर्षविराम की मांग करता वह प्रस्ताव आखिरकार पारित हो गया। प्रस्ताव के पक्ष में 153 मत पड़े। प्रस्ताव का इस्राएल की तरफ से मुखर और सांकेतिक विरोध किया गया था। इस्राइली राजदूत एर्दान ने खुलकर कहा भी कि युद्धविराम स्थायी रूप से संभव तब होगा जब फिलस्तीन का गुट अपने हथियार हमारे हवाले करके आत्मसमर्पण कर देगा।

इस्राइल ने आतंकी हमास के सरगना सिनवार को कब्जे में लेकर हमास का हमेशा के लिए सफाया करने की कसमें खाई हुई हैं

एर्दान का आगे कहना था कि याह्या सिनवार के साथ पूरे हमास द्वारा हथियार डालने और आतंकवादी गतिविधियों के जारी रहने और सभी बंधकों को रिहा न किए जाने तक कोई स्थायी संघर्षविराम नहीं हो सकता।

इस्राएली राजदूत ने हैरानी भरे स्वर में कहा कि कोई भी देश किसी ऐसे प्रस्ताव को समर्थन कैसे दे सकता है जो आतंकवादी गुट हमास की भर्त्सना न करता हो। यहां बता दें कि पारित किए गए प्रस्ताव में संघर्षविराम की मांग तो है लेकिन इस्राएल पर बेवजह आतंकी हमला बोलने वाले हमास जैसे खूंखार गुट का नाम तक नहीं लिखा है। उन्होंने कहा कि संघर्षविराम चाहने वाले गाजा में हमास के दफ्तर में फोन मिलाकर याह्या सिनवार से कहें कि हथियार डालो।

तेल अवीव में सरकार पर बंधकों को छुड़ाने का दबाव

इस प्रस्ताव के पारित होने के बावजूद दक्षिणी गाजा से मिले समाचार बताते हैं कि इस्राइली हमलों में कोई कमी नहीं आई है। इस्राएल की सेना हमास को जड़ से खत्म करने के अपने घोषित उद्देश्य पर आगे बढ़ रही है। महासभा में इस्राएल के राजदूत ने कहा भी कि इस्राइल को मिटा देने के मंसूबे पालने वालों के विरुद्ध इस्राएल अपनी कार्रवाई को बीच में नहीं छोड़ेगा।

संघर्षविराम के पारित प्रस्ताव पर भारत सहित 153 देशों का समर्थन मिला। 10 देशों ने इसके विरोध में मत डाला और 23 देश ऐसे रहे जिन्होंने मत नहीं डाला। इस प्रस्ताव के विरोध में मत डालने वाले देशों में हैं अमेरिका, इस्राइल, चेकिया, ऑस्ट्रिया, नाउरू, लाइबेरिया, ग्वाटेमाला, माइक्रोनेशिया, पैराग्वे और पापुआ न्यू गिनी।

यहां ध्यान रहे कि संघर्षविराम के पारित प्रस्ताव पर भारत सहित 153 देशों का समर्थन मिला। 10 देशों ने इसके विरोध में मत डाला और 23 देश ऐसे रहे जिन्होंने मत नहीं डाला। इस प्रस्ताव के विरोध में मत डालने वाले देशों में हैं अमेरिका, इस्राइल, चेकिया, ऑस्ट्रिया, नाउरू, लाइबेरिया, ग्वाटेमाला, माइक्रोनेशिया, पैराग्वे और पापुआ न्यू गिनी।

हमास किस तरह महिलाओं और बच्चों को ढाल बनाकर गाजा से अपनी इस्राएल विरोधी आतंकवादी गतिविधियां चलाता आ रहा है, इस बात को कपूरी होशियारी के साथ छुपाया जाता रहा है। इधर इस्राइल ने आतंकी हमास के सरगना सिनवार को कब्जे में लेकर हमास का हमेशा के लिए सफाया करने की कसमें खाई हुई हैं।

इस्राएल सरकार पर बंधकों को जल्द छुड़ाने का दबाव

दरअसल पहले दिन से ही गाजा का दुष्प्रचार तंत्र, जिसमें अल जजीरा सहित कुछ बड़े मीडिया संस्थान भी शामिल हैं, ‘महिलाओं और बच्चों’ की बदहाली के समाचार फैलाने में जुटे हुए हैं। उनकी हर खबर और जानकारी ‘महिलाओं और बच्चों’ से शुरू होकर उन्हीं पर खत्म होती है। इस्राएली सेना द्वारा हमास की सुरंगों और आतंकवादी कार्रवाइयों की सचित्र जानकारी को वे फर्जी बताने में देर नहीं लगाते।

हमास किस तरह महिलाओं और बच्चों को ढाल बनाकर गाजा से अपनी इस्राएल विरोधी आतंकवादी गतिविधियां चलाता आ रहा है, इस बात को कपूरी होशियारी के साथ छुपाया जाता रहा है। इधर इस्राइल ने आतंकी हमास के सरगना सिनवार को कब्जे में लेकर हमास का हमेशा के लिए सफाया करने की कसमें खाई हुई हैं।

इस संघर्ष की वजह से हमास की गिरफ्त में आज भी बंधक बने इस्राएलियों के घरवालों ने तेल अवीव में सरकार पर बंधकों को जल्द छुड़ाने का दबाव बनाया हुआ है। उधर अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने ‘गाजा में नागरिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी’ को लेकर चिंता जताई है।

इस सबके बावजूद, विशेषज्ञों को नहीं लगता कि इस्राएली सेना की गाजा में कार्रवाई ढीली पड़ जाएगी। उनको चिंता है कि कहीं ऐसे में अमेरिका और इस्राएल के संबंधों में खटास न आ जाए। क्योंकि अमेरिका के सेकुलर तत्व भी अपनी सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं कि इस्राएल से संघर्षविराम कराएं। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार, हमास पर जारी इस्राएल की जबरदस्त कार्रवाई में 18 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, 50 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं।

Topics: इस्राएलगांजाungaTerroristyahyaamericaresolutionisraelpelestineceasefireहमासHamas
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू

खालिस्तानी पन्नू करेगा 15 अगस्त पर शैतानी, तिरंगा जलाने और जनमत संग्रह की धमकी के साथ फैला रहा नफरती जहर

टीआरएफ की गतिविधियां लश्कर से जुड़ी रही हैं  (File Photo)

America द्वारा आतंकवादी गुट TRF के मुंह पर कालिख पोतना रास नहीं आ रहा जिन्ना के देश को, फिर कर रहा जिहादी का बचाव

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

Donald trump to meet Putin to end russia ukraine war

रूस-यूक्रेन युद्ध: अमेरिका ने रोकी सैन्य सहायता, रूस ने बढ़ाए हमले

Iran hanged 21 amid Israel war

ईरान-इजरायल युद्ध: 12 दिन में 21 को फांसी, सुनवाई मात्र 10 मिनट

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा : जानिए कैसे होगा उपराष्ट्रपति चुनाव? आसान भाषा में समझें वोटिंग प्रक्रिया

‘पार्टी में इनकी हैसियत क्या है?’, शशि थरूर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की स्थिति पर उठाया सवाल

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की पूरी टाइमलाइन : जानिए 10 घंटे में क्या हुआ, जिसने देश को चौंका दिया..?

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू

खालिस्तानी पन्नू करेगा 15 अगस्त पर शैतानी, तिरंगा जलाने और जनमत संग्रह की धमकी के साथ फैला रहा नफरती जहर

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

लव जिहाद और जमीन जिहाद की साजिशें बेनकाब : छांगुर नेटवर्क के पीड़ितों ने साझा की आपबीती

मुरादाबाद : लोन वुल्फ आतंकी साजिश नाकाम, नदीम, मनशेर और रहीस गिरफ्तार

हर गांव में बनेगी सहकारी समिति, अब तक 22,606 समितियां गठित: अमित शाह

खुशखबरी! ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर अब दिल्ली सरकार खिलाड़ियों को देगी 7 करोड़ रुपये

पेटीएम ने राशि का भुगतान नहीं किया राज्य आयोग ने सेवा दोष माना

एअर इंडिया ने अपने बोइंग 787 और 737 विमानों की जांच के बाद कहा- कोई समस्या नहीं मिली

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies