मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव होंगे। विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर सहमति बन गई है। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए हैं। वहीं, राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम बनाया गया है और नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है। इस फैसले से पहले बीजेपी आलाकमान ने भोपाल में पर्यवेक्षकों की एक टीम भेजी थी। इसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, आशा लाकड़ा और के लक्ष्मण के नाम शामिल हैं।
मोहन यादव 1984 से एबीवीपी से जुड़े हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं। उन्होंने 2004 से 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है। उसके बाद 2011 से 2013 तक एमपी राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रहे हैं। मुख्यमंत्री नाम की घोषणा होने के बाद मोहन यादव ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व का धन्यवाद।
दरअसल, मोहन यादव 2013 से लगातार विधायक हैं। जुलाई 2020 से 2023 तक उच्च शिक्षा मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं। फिलहाल अब सूबे की कमान मोहन यादव के हाथों में होगी। इसके साथ ही एमपी में सभी कयासों पर विराम लग गया है। जानकारी के मुताबिक मोहन यादव 58 साल के हैं और काफी पढ़े-लिखे नेता हैं, उन्होंने बीएससी, एलएलबी, एमबीए और पीएचडी की डिग्री हासिल की है।
मोहन यादव 1984 से एबीवीपी से जुड़े हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं। उन्होंने 2004 से 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है। उसके बाद 2011 से 2013 तक एमपी राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रहे हैं। मुख्यमंत्री नाम की घोषणा होने के बाद मोहन यादव ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व का धन्यवाद। जो जिम्मेदारी मिली है उसके लायक नहीं हूं, लेकिन आपका प्यार, आशीर्वाद और सहयोग मिलेगा तो प्रयास करूंगा।
बता दें कि 3 दिसंबर को आए विधानसभा चुनाव परिणाम में मध्य प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर से सत्ता में वापसी की है। प्रदेश में बीजेपी को कुल 163 सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि विपक्षी कांग्रेस मात्र 66 सीटों पर सिमट कर रह गई। इसके अलावा एक सीट पर अन्य को जीत मिली है।
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