भारतीय जनता पार्टी ने चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में हिंदी पट्टी के तीन बड़े राज्यों में बंपर जीत हासिल की है। पार्टी ने राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की। जीत के जश्न के बीच पीएम मोदी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पहुंचे।
पार्टी के मुख्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज तीन राज्यों में मिली जीत को जनता का आशीर्वाद बताया और कहा कि जीत की यह हैट्रिक 2024 की हैट्रिक बनने जा रही है। उनका इशारा 2024 में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र में वापसी की ओर था। प्रधानमंत्री विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली जीत पर आभार स्वरूप आयोजित कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं, युवाओं और वनवासियों को विशेष धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार, जातिवाद और परिवारवाद को कड़ा संदेश है। जनता इनके प्रति अब जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। भाजपा इन तीनों बुराईयों के प्रति एकमात्र विकल्प है। यह जीत जांच एजेंसियों को बदनाम करने की कोशिश के खिलाफ एक जन समर्थन है।
प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के लिए बधाई देते हुए कहा कि अब उन्हें आने वाले समय में अधिक सावधानी बरतनी होगी। अब देश को बांटने और कमजोर करने वाली ताकतें एड़ी-चोटी का जोर लगाएंगी। भाजपा कार्यकर्ताओं को उनके फेक नॉरेटिव का जवाब देना होगा। साथ ही जनता के बीच में पार्टी का जनाधार मजबूत करना होगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को बंगाल की खाड़ी में उपजे तूफान में राहत और बचाव कार्यों में सहयोग देने के लिए भी कहा।
भाजपा नेता कहा कि आज की जीत का संदेश दुनिया में गूंजेगा। यह निवेशकों को स्पष्ट संदेश है कि भारत का लोकतंत्र और लोग सशक्त हैं। भारत का विकास भरोसेमंद है और लोग यहां सोच-समझकर स्थिर सरकार को चुनते हैं। भाजपा की राजनीति परफॉर्मेंस और डिलीवरी की राजनीति है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि मोदी की गारंटी मतलब गारंटी पूरा होने की गारंटी। उन्होंने कहा कि यह घमंडिया गठबंधन (विपक्षी गठबंधन) को स्पष्ट संदेश है कि जनता के लिए भेजा धन का दुरुपयोग करने वालों को जनता चुन-चुन कर साफ कर देगी। देश विरोधी और बांटने वाली ताकतों को सहयोग करने वालों को रास्ते से साफ कर देगी।
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राजस्थान
राजनीति के इतने सालों में भविष्यवाणियों से दूर रहा हूं, लेकिन इस बार मैंने अपना यह वचन भी तोड़ा। मैंने राजस्थान में मावजी महाराज को प्रणाम करके यह भविष्यवाणी की थी कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार लौटकर नहीं आएगी। मैं भविष्यवक्ता नहीं हूं, लेकिन मुझे राजस्थान की जनता पर भरोसा था।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में भी जनता ने यह साबित करके दिखाया है कि भाजपा के सेवाभाव का कोई विकल्प नहीं है। वहां दो दशक से भाजपा की सरकार है, लेकिन इतने वर्षों बाद भी भाजपा पर भरोसा मजबूत हो रहा है।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में मेरी पहली सभा में ही मैंने कहा था कि मैं आपसे कुछ मांगने नहीं आया हूं बल्कि यहां के परिणाम में बनने वाली भाजपा सरकार के लिए निमंत्रण देने आया हूं।
तेलंगाना
तेलंगाना की जनता का भी मैं आभार व्यक्त करता हूं। वहां हर चुनाव में भाजपा का ग्राफ बढ़ रहा है। मैं वहां की जनता को भरोसा दिलाता हूं कि बीजेपी आपकी सेवा में कोई कमी नहीं रखेगी।
राज्यवार समझिए क्या है चुनाव परिणाम की स्थिति
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश की जनता ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई है। 230 विधानसभा सदस्यीय राज्य में सरकार बनाने के लिए 116 सीटें चाहिए। जनता ने बीजेपी को करीब 166 सीटों पर जीत का आशीर्वाद दिया है। इनमें से 40 सीटों पर जीत की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है। वहीं चुनाव आयोग के मुताबिक कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत मिली है। शुरुआती रुझानों से ही बीजेपी ने बढ़त बना ली थी जिसे बरकरार रखा और जीत का परचम लहरा दिया है। शिवराज सिंह चौहान ने बंपर जीत के लिए लाडली बहनों का आभार जताया है।
राजस्थान
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में प्रदेश की जनता ने एक बार फिर राज बदलकर रिवाज कायम रखा है। चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 115 सीटों पर आगे चल रही भाजपा 72 पर जीत दर्ज कर ली है और 43 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं, सत्तारूढ़ कांग्रेस 69 सीटों में से 40 पर जीत दर्ज कर चुकी है और 29 पर बढ़त बनाए हुए है। बीजेपी ने जहां कांग्रेस को बुरी तरह पछाड़ते हुए बहुमत के आंकड़े को पार कर बड़ी जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस के 25 में से 17 मंत्री चुनाव हार गए हैं।
प्रदेश की दो सीटों चोरासी और धारियावाड़ पर भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। वहीं, एक सीट बसपा के खाते मे आई और दूसरी पर वह बढ़त बनाए हुए है। इनके अलावा 3 सीटों पर निर्दलीयों ने बाजी मार ली है, जबकि कुछ अन्य सीटों पर भी निर्दलीय प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। यहां 57 सीटें भाजपा ने हासिल कर ली हैं, जबकि कांग्रेस महज 33 पर ही सिमट गई है। कुछ सीटों पर गिनती चल रही है, लेकिन अब तक आए रुझानों से साफ है कि परिणाम में कोई खास बदलाव नहीं होगा। राज्य में बहुमत का आंकड़ा ही 46 है। इस तरह रुझानों में भाजपा ने छत्तीसगढ़ में सरकार बना ली है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग हुई थी। माओवाद प्रभावित राज्य हमेशा से ही सियासी नजरिए से महत्वपूर्ण रहा है। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही विधानसभा चुनाव का परिणाम आ रहा है। ऐसे में यह रिजल्ट लोकसभा चुनाव से पहले जनता का मूड भी बताने वाला है। यहां बीते 5 सालों से कांग्रेस की सरकार थी, जिसका मुख्य मुकाबला भाजपा से रहा है।
तेलंगाना
तेलंगाना की सभी 119 सीटों पर 30 नवंबर को मतदान हुआ था। राज्य में कांग्रेस को बहुमत हासिल हो गया है। तेलंगाना में 19 सीटें अनुसूचित जाति और 12 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। तेलंगाना में कांग्रेस 66 सीटों पर आगे है। फिलहाल कांग्रेस 64 और बीआरएस 40 सीटोें पर है। वहीं भाजपा 8 सीटों पर जीतती नजर आ रही है। बता दें कि तेलंगाना के गठन के समय से ही यहां तेलंगाना राष्ट्र समिति यानी टीआरएस की सरकार थी। टीआरएस का नाम बदल कर अब भारत राष्ट्र समिति (BRS) कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि तेलंगाना में कांग्रेस और बीआरएस की टक्कर है। वहीं चुनाव परिणाम से पहले ही कांग्रेस नेताओं ने हैदराबाद में डेरा डाल दिया है। उन्हें हॉर्स ट्रेडिंग का डर सताने लगा है।
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