इजरायल हमास युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि युद्ध समाप्त होने के बाद अरब औऱ अमेरिका फौजें गाजा पर अपना कंट्रोल स्थापित करें। ताकि दो राज्य की योजना को साकार किया जा सके। टू स्टेट सोल्यूशन ही इस विवाद को खत्म कर सकता है। एंटोनिटयो गुटेरेस के मुताबिक, गाजा में तैनात संयुक्त राष्ट्र की संरक्षक टीम इस मामले का हल नहीं निकाल सकती।
इसे भी पढ़ें: अमेरिका में भी उठा पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार का मामला, सांसदों ने पत्र लिखकर की फंड रोकने की मांग
यूएन चीफ ने इजरायल हमास युद्ध को त्रासदी करार दिया और कहा कि वक्त है कि इस त्रासदी को एक अवसर के रूप में बदला जाए औऱ ये अवसर ‘टू स्टेट सॉल्युशन’ है। गुटेरेस ने दावा किया है कि गाजा में इजरायल और हमास के आतंकियों के बीच युद्ध समाप्त होने के बाद एक मजबूत फिलिस्तीनी प्राधिकरण गाजा में जिम्मेदारियां संभालेगा। उन्होंने दो टूक कहा, “मुझे नहीं लगता कि गाजा में संयुक्त राष्ट्र का संरक्षण कोई समाधान है।”
इसके अलावा गाजा में जब तक इजरायली टैंकों की गर्जना हो रही है, तब तक कोई भी फिलिस्तीनी अथॉरिटी वहां नहीं जा सकती। इसलिए अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब ट्रांजिशन पीरियड पर विचार करने की जरूरत है।
यूएन चीफ ने “बहु-हितधारक दृष्टिकोण” का आह्वान किया, जिसमें अमेरिका को इज़रायल की सुरक्षा के “मुख्य गारंटर” के रूप में कार्य करना होगा, जबकि अरब राष्ट्र फिलिस्तीनियों का समर्थन करें। उन्होंने कहा, “परिवर्तन के लिए स्थितियां बनाने के लिए सभी को एक साथ आने की जरूरत है, जिससे एक मजबूत फिलिस्तीनी प्राधिकरण को गाजा में जिम्मेदारियां संभालने की अनुमति मिल सके।” वहां से दो-राज्य समाधान की ओर बढ़ना होगा।
इसे भी पढ़ें: Gaza: अस्पतालों, शरणार्थी शिविरों में आम लोगों के पीछे दुबके हैं हमास के हथियारबंद इस्लामी जिहादी!
गौरतलब है कि 2007 तक गाजा में फिलिस्तीनी प्राधिकरण ही शासन करता था, लेकिन 2007 में ही आतंकी संगठन हमास ने गाजा पर कब्जा कर लिया। यहीं नहीं यह वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर भी अपना कंट्रोल रखता था। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में स्थिरता के लिए अंतरराष्ट्रीय बलों के आह्वान को खारिज कर दिया है। बता दें कि गुटेरेस की योजना गाजा के युद्ध के बाद के भविष्य के लिए इज़रायल की वर्तमान घोषित योजनाओं से भी टकरा रही है।
टिप्पणियाँ