भारत के अखबार में हमास का प्रचार
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

भारत के अखबार में हमास का प्रचार

‘द हिंदू’ समूह द्वारा आतंकी संगठन हमास के नेता अबु मरजौक का साक्षात्कार प्रकाशित करने पर भारत में इस्राएल के राजदूत ने मीडिया समूह को लताड़ लगाई। उन्होंने समूह को लिखे अपने पत्र में कहा कि ‘साक्षात्कार देने वाले का चयन घृणित करने वाला’ है

by पाञ्चजन्य ब्यूरो
Nov 7, 2023, 02:18 pm IST
in भारत, विश्लेषण, केरल
आतंकी संगठन हमास के कतर स्थित अंतरराष्ट्रीय संबंध कार्यालय का प्रमुख मूसा अबु मरजौक। फ्रंटलाइन ने ‘विशेष व्यवस्था’ के तहत फोटो प्राप्त की

आतंकी संगठन हमास के कतर स्थित अंतरराष्ट्रीय संबंध कार्यालय का प्रमुख मूसा अबु मरजौक। फ्रंटलाइन ने ‘विशेष व्यवस्था’ के तहत फोटो प्राप्त की

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

केरल में हमास के पूर्व अध्यक्ष द्वारा (वीडियो के माध्यम से) एक रैली को संबोधित करने की घटना से हैरान हैं, तो आप गलत हैं। भारत की सेक्युलर पार्टियां ही नहीं, वामपंथी-सेक्युलर अखबार भी इस्लामिस्टों की तरह हमास के लिए पलक-पावड़े बिछाए बैठे हैं।

यदि आप केरल में हमास के पूर्व अध्यक्ष द्वारा (वीडियो के माध्यम से) एक रैली को संबोधित करने की घटना से हैरान हैं, तो आप गलत हैं। भारत की सेक्युलर पार्टियां ही नहीं, वामपंथी-सेक्युलर अखबार भी इस्लामिस्टों की तरह हमास के लिए पलक-पावड़े बिछाए बैठे हैं। अंग्रेजी समाचार-पत्र ‘द हिंदू’ की पाक्षिक अंग्रेजी पत्रिका फ्रंटलाइन ने 27 अक्तूबर को हमास के नेता मूसा अबु मरजौक का एक साक्षात्कार प्रकाशित किया। मरजौक हमास के दोहा (कतर) स्थित अंतरराष्ट्रीय संबंध कार्यालय का प्रमुख है।

एक आतंकवादी क्या कह सकता है, इसकी तो कल्पना की जा सकती है, लेकिन फ्रंटलाइन ने आतंकवादी से जो प्रश्न पूछे, वह तरीका बेहद विस्मयकारी है। जैसे- पहला ही प्रश्न है, ‘‘हमास ने दुनिया की सबसे मजबूत सेनाओं में से एक पर हमला करके दुनिया को चौंका दिया। लेकिन जिस तरह से इस्राएल जवाबी कार्रवाई कर रहा है, जिस तरह से नागरिक और बच्चे मारे जा रहे हैं…।’’ सारा नैरेटिव खांचे में फिट करने के लिए साक्षात्कार देने वाले से ज्यादा उत्सुक साक्षात्कार लेने वाला प्रतीत होता है।

सारे प्रश्न हमास के प्रचार को अधिक से अधिक अवसर देने की दिशा में सजाए गए नजर आते हैं। इतना ही नहीं, जन चर्चा में जो हमास विरोधी तथ्य हैं, उन्हें खारिज करने का अवसर इस पत्रिका ने हमास के नेता को दिया। कुछ प्रश्न तो हमास के जयकारे लगाने वाले थे। जैसे- ‘‘इस बार आपको अरब देशों और अरब दुनिया के बाहर से अभूतपूर्व समर्थन और सहानुभूति प्राप्त है।’’ यह एक प्रश्न की पंक्ति है। ऐसे अवसर का इस्तेमाल मरजौक ने भारत को धमकाने के लिए भी किया, जिसे फ्रंटलाइन ने प्रकाशित किया है।

इस्राएल के राजदूत ने ‘द हिंदू’ पर यह आरोप भी लगाया कि उसने मरजौक की आतंकवादी गतिविधियों या उसका निजी इतिहास जानने की कोशिश भी नहीं की। उन्होंने लिखा कि ‘द हिंदू’ ने हमास के झूठ को प्रचारित करने का काम किया है। किसी भी प्रकार तथ्यों की जांच न करना, कोई प्रति प्रश्न न पूछना बेहद आश्चर्यजनक था।

इस प्रश्न के उत्तर में उसने कहा, ‘‘भारत सरकार की वर्तमान नीति इसके हितों के लिए नुकसानदेह है। भारत के अरब क्षेत्र में महत्वपूर्ण हित हैं और इस्राएल के साथ इसके संबंध इसे अरब लोगों के लिए एक शत्रुतापूर्ण देश के रूप में चिह्नित करेंगे। यह एक मनोवैज्ञानिक बाधा उत्पन्न करेगा, जो भारतीय हितों को नुकसान पहुंचाएगा।’’

यही नहीं, फ्रंटलाइन ने मरजौक का जो चित्र प्रकाशित किया है, उसके स्रोत के तौर पर लिखा है-‘विशेष व्यवस्था से प्राप्त।’ इस्राएल ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। भारत, श्रीलंका और भूटान में इस्राएल के राजदूत नाओर गिलोन ने ‘द हिंदू’ मीडिया समूह के प्रधान संपादक सुरेश नामबाथ को लिखे एक खुले पत्र में कहा कि उनके प्रकाशन द्वारा ‘साक्षात्कार देने वाले का चयन घृणित करने वाला’ लगा। इस समूह ने आतंकवादी संगठन हमास-आईएसआईएस के एक ‘ज्ञात आतंकवादी’ का साक्षात्कार प्रकाशित किया।

हालांकि भारत में इस्राएली राजदूत ने स्वीकार किया कि प्रेस को विविध आवाजों को मंच प्रदान करने का अधिकार है। लकिन ‘द हिंदू’ समूह से प्रश्न किया कि क्या वह अजमल कसाब या ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादियों को उनके 26/11 मुंबई हमले और 9/11 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर आतंकवादी हमले के पीछे के तर्क को समझाने के लिए मंच प्रदान करता?

इस्राएल के खिलाफ होने वाले आतंकवाद को इतना भारी भरकम भुगतान क्यों किया जाता है? मरजौक आतंकी संगठन हमास और आईएसआईएस के लिए फंड भी जुटाता है। उसकी निजी संपत्ति और फंड जुटाने का काम परस्पर जुड़ा हो सकता है या नहीं भी हो सकता है। लेकिन क्या इस बारे में प्रश्न नहीं किया जाना चाहिए था? हमास को जो भी फंड मिलता है, उसमें से वह फिलिस्तीनियों के विकास पर कितना खर्च करता है?

उन्होंने पत्र में यह भी रेखांकित किया कि ‘द हिंदू’ ने जिस मूसा अबु मरजौक को प्रचार का इतना अवसर दिया है, वह अपनी करतूतों के कारण अमेरिका में जेल की सजा काट चुका है। नाओर गिलोन ने लिखा है, ‘‘ऐसे मामलों में उचित कर्मठता प्रदर्शित करना, यह सुनिश्चित करना जिम्मेदार पत्रकारिता का कर्तव्य है कि उठाई गई आवाजें हिंसा और आतंक को बढ़ावा देने में योगदान न दें। सबसे बुरी बात है किसी आतंकवादी का घोषणापत्र प्रकाशित करना, आतंकवादियों के दावे वाले इन ‘छद्म तथ्यों’ के नाम पर अतिसंवेदनशील पाठकों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें अधिक हिंसक कार्रवाई करने के लिए सशक्त बनाने का वास्तविक जोखिम पैदा करता है।’’

इस्राएली राजदूत ने जिम्मेदार पत्रकारिता के महत्व पर भी प्रकाश डाला है। उन्होंने लिखा कि तथ्यों की सटीक जांच करने और झूठे बयानों पर कार्रवाई करने में विफल रहने से, खासकर जब मामला गंभीर परिणामों वाला हो, न केवल प्रकाशन की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचता है, बल्कि यह उन पीड़ितों के प्रति अनादर भी दर्शाता है, जो 7 अक्तूबर को हमास के आतंकवादियों द्वारा इस्राएल पर हमले में बेरहमी से मारे गए थे।

उन्होंने पत्र में एक अन्य महत्वपूर्ण पक्ष की ओर भी ध्यान आकर्षित करते हुए लिखा कि सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें एक सामान्य बात है, लेकिन मुख्यधारा मीडिया में फर्जी खबरें छापने का नया प्रचलन अत्यंत पीड़ादायक है। मरजौक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वह न केवल एक घोषित आतंकवादी है, बल्कि ढाई अरब डॉलर की संपत्ति का मालिक भी है, जबकि उसके पास आय का कोई ज्ञात स्रोत नहीं है।

उन्होंने प्रश्न किया कि क्या किसी जिम्मेदार पत्रकार को यह प्रश्न नहीं पूछना चाहिए था या इसकी जांच नहीं करनी चाहिए थी? इस्राएल के खिलाफ होने वाले आतंकवाद को इतना भारी भरकम भुगतान क्यों किया जाता है? मरजौक आतंकी संगठन हमास और आईएसआईएस के लिए फंड भी जुटाता है। उसकी निजी संपत्ति और फंड जुटाने का काम परस्पर जुड़ा हो सकता है या नहीं भी हो सकता है। लेकिन क्या इस बारे में प्रश्न नहीं किया जाना चाहिए था? हमास को जो भी फंड मिलता है, उसमें से वह फिलिस्तीनियों के विकास पर कितना खर्च करता है? वह इस्राएल के विनाश पर कितना और अपनी जेब भरने में कितना धन खर्च करता है?

इस्राएल के राजदूत ने ‘द हिंदू’ पर यह आरोप भी लगाया कि उसने मरजौक की आतंकवादी गतिविधियों या उसका निजी इतिहास जानने की कोशिश भी नहीं की। उन्होंने लिखा कि ‘द हिंदू’ ने हमास के झूठ को प्रचारित करने का काम किया है। किसी भी प्रकार तथ्यों की जांच न करना, कोई प्रति प्रश्न न पूछना बेहद आश्चर्यजनक था।

साक्षात्कार करने वाले पत्रकार ने एक भी बार मरजौक को चुनौती देने की कोशिश नहीं की। 1806 शब्दों के साक्षात्कार में 100 से भी कम शब्द ऐसे होंगे, जिन्हें सफेद झूठ और इस्राएल को बदनाम करने के प्रयासों के अलावा और कुछ कहा जा सके।

Topics: इस्राएल के राजदूतहमास के आतंकवादियों द्वारा इस्राएल पर हमलेज्ञात आतंकवादीभारत की सेक्युलर पार्टियांवामपंथी-सेक्युलरइस्लामिस्टThe HinduAttacks on Israel by Hamas terroristsKnown TerroristsSecular Parties of IndiaislamistsLeft-Secularद हिंदू
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

जाकिर नाइक

‘जाहिल है’, जाकिर नाइक को कोस रहीं पाकिस्तानी महिलाएं, कांग्रेस के नेता मंच करते थे साझा, लिबरल गैंग की भी ‘आत्मा’ जागी

खुलना का काली मंदिर  (फाइल चित्र)

Bangladesh: ‘एक हफ्ते में 5 लाख दो, तब कर सकोगे दुर्गा पूजा, नहीं तो जान से जाओगे’, मंदिरों को कट्टरपंथियों की धमकी

पाकिस्तान के पंजाब सूबे में रहीम यार खान जिले का यह मंदिर भी अब 'मस्जिद' और पशुओं के बाड़े में बदल चुका है। दाएं है इस 'बाड़े' का रखवाला   (फाइल चित्र)

Pakistan: जिन्नावादियों ने एक और प्राचीन मंदिर को बना दिया ‘मस्जिद’, सरगोधा में हिंदू दमन का एक और उदाहरण

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  (फाइल चित्र)

Pakistan: Ram Mandir से चिढ़े मजहबी उन्मादियों की धमकी-‘तोड़ देंगे मंदिर’

सावरकर के चित्र को हटाते हुए कट्टरपंथी तत्व

‘टीपू सुल्तान सेना’ ने फाड़ दिया सावरकर का चित्र, शिवमोगा में तनाव

बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन

तसलीमा नसरीन ने पत्थरबाजों पर भेजी लानतें, मुस्लिम कट्टरपंथियों को ये पागलपन बंद करने की दी सलाह

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies