कई देशों में चल रहे युद्ध और वैश्विक बाजार में मांग के कमजोर होने के कारण वैश्विक आर्थिक विकास सितंबर में लगातार दूसरे महीने में स्थिर बना हुआ है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास की नई इबारत लिखने जा रहा है। एस एंड पी ग्लोबल मार्केट इंटेलीजेंस की रिपोर्ट ने दावा किया है कि भारत ने बीते 13 साल की सबसे तेज गति से विकास कर रहा है। भारत के तेज विकास का कारण अर्थव्यवस्था में लचीलापन है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के विकास की गति को तेजी विकसित बाजारों में भारतीय निजी क्षेत्र के कंपनियों के धूम से आई है। एस एंड पी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की एशिया क्रेडिट आउटलुक 2023 में दावा किया गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान में जिस रफ्तार से मध्यम और लंबी अवधि के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है उससे साल 2030 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
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एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि भारत जर्मनी और जापान को पीछे छोड़कर तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। 2030 तक भारत की जीडीपी 7.3 ट्रिलियन डॉलर के को छू लेगी। गौरतलब है कि वर्तमान में भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। मौजूदा 2023-24 में देश की जीडीपी 3.7 ट्रिलियन अमेरिकी डालर में है। साल 2022 में भारत ने विकास के मामले में ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए पांचवा स्थान हासिल किया था।
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तेज आर्थिक विकास का कारण
एस एंड पी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक पटल पर अपनी असाधारण विकास की गति के साथ चमक रही है। बीते 13 वर्षों में सबसे कम समय में भारत ने ये विकास दर हासिल की है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 2023 में इकोनॉमी में लगातार वृद्धि देखी गई है। इसका सबसे बड़ा कारण है बाजार में अनुकूल मांग और सकारात्मक गतिशीलता। वहीं रूस और चीन जैसी बड़ी इकोनॉमी फिलहाल मंदी के दौर का सामना कर रही हैं।
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