अमेरिका: USISPF के सीईओ की त्रूदो को खरी-खरी, क्यों लगाए बिना सबूत भारत पर आरोप!
July 25, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

अमेरिका: USISPF के सीईओ की त्रूदो को खरी-खरी, क्यों लगाए बिना सबूत भारत पर आरोप!

प्रधानमंत्री त्रूदो एक के बाद एक मुद्दों पर घिरते जा रहे हैं। कनाडा में उनकी लोकप्रियता लगातार गिरती जा रही है। कुछ विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि त्रूदो अब शायद अपनी कुर्सी पर ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे

by WEB DESK
Oct 7, 2023, 05:10 pm IST
in विश्व
यूएसआईएसपीएफ प्रमुख तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी

यूएसआईएसपीएफ प्रमुख तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो भारत पर बिना ठोस आधार के आरोप लगाकर चौतरफा घिर गए हैं। उनकी अपने ही देश में किरकिरी तो हो ही रही है, दुनिया के अन्य देशों में भी उनकी साख को गंभीर आघात पहुंचा है। विश्व के ताकतवर माने जाने वाले अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश भी इस मुद्दे पर भारत के पाले में खड़े दिखते हैं। ताजा समाचार के अनुसार, अमेरिका की एक प्रमुख संस्था यूनाइटेड स्टेट्स—इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के सीओए ने भी त्रूदो का बिना किसी ठोस सबूत के आतंकवादी निज्जर की हत्या के मामले भारत पर उंगली उठाना दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, उन्होंने भी एक तरह से त्रूदो के इस अपरिपक्व व्यवहार की भर्त्सना की है।

इसमें संदेह नहीं है कि, प्रधानमंत्री त्रूदो एक के बाद एक मुद्दों पर घिरते जा रहे हैं। कनाडा में उनकी लोकप्रियता लगातार गिरती जा रही है। कुछ विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि त्रूदो अब शायद अपनी कुर्सी पर ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे। त्रूदो जिस खालिस्तानी समर्थक दल की बैसाखी के सहारे पद पर बने हुए हैं, उन्हें खुश करने के लिए बेमतलब की बयानबाजी में उलझे हुए हैं।

प्रधानमंत्री त्रूदो ने गत जून में कनाडा में सर्रे में एक गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात हत्यारों की गोलियों का शिकार हुए कुख्यात खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में ‘भारतीय एजेंटों’ का हाथ होने की बात करके खुद की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगा लिया है। उनके इस बारे में दिए बयान के बाद से भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक स्तर पर तनाव लगातार बढ़ता गया है। भारत ने इस मुद्दे पर न सिर्फ कूटनीतिक स्तर पर कड़े कदम उठाए हैं। कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा के प्रति भी चिंता व्यक्त करते हुए कनाडा सरकार को सख्त हिदायतें दी गई हैं।

प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो

यूएसआईएसपीएफ प्रमुख तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी का इस संबंध में कहना है कि त्रूदो के बिना ठोस सबूत के भारत पर आरोप लगाने से भारत और कनाडा के रिश्तों में दरार आई है। अघी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध काफी पुराने तो हैं ही, इनके बीच काफी कारोबार भी होता है। कनाडा में 2,30,000 से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। भारत में कनाडा का लगभग 55 अरब डॉलर का निवेश है। ऐसी परिस्थितियों में कनाडा के प्रधानमंत्री का अपनी संसद में भारत पर बिना ठोस सबूत के आरोप लगा देना समझ से परे है।

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या और उस पर त्रूदो के बयान को लेकर अब यूनाइटेड स्टेट्स—इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम यानी यूएसआईएसपीएफ के प्रमुख ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो की भर्त्सना करते हुए कहा है कि बिना ठोस सबूत के उनका भारत पर आरोप लगाना एक दुर्भाग्यपूर्ण बात है।

भारत ने शुरू से ही त्रूदो के तमाम आरोपों को खारिज किया है। भारत के विदेश मंत्री ने तो यहां तक कहा है कि अगर कनाडा भारत को इस बारे में ठोस सबूत देता है तो उस पर फौरन कार्रवाई की जाएगी।

लेकिन इस बीच कनाडा में बेलगाम हो रहे खालिस्तानियों ने भारत विरोधी हरकतों को तेज कर दिया है। भारत के उच्चायोग और अन्य कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन के अलावा, वे भारतभक्त कनाडाई नागरिकों को भी अपनी हिंसा का निशाना बना रहा हैं। ऐसे माहौल को देखते हुए भारत ने कनाडा में कार्यरत भारत के राजनयिकों तथा कार्यालयों सहित सभी परिसरों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।

यूएसआईएसपीएफ प्रमुख तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी का इस संबंध में कहना है कि त्रूदो के बिना ठोस सबूत के भारत पर आरोप लगाने से भारत और कनाडा के रिश्तों में दरार आई है। अघी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध काफी पुराने तो हैं ही, इनके बीच काफी कारोबार भी होता है। कनाडा में 2,30,000 से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। भारत में कनाडा का लगभग 55 अरब डॉलर का निवेश है। ऐसी परिस्थितियों में कनाडा के प्रधानमंत्री का अपनी संसद में भारत पर बिना ठोस सबूत के आरोप लगा देना समझ से परे है।

यूनाइटेड स्टेट्स—इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के प्रमुख का क​हना है कि सही सोच के लोगों को आपस में बातचीत करके हालात को संभाला जाना चाहिए। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि भारत पर दबाव बनाने के लिए कनाडा अमेरिका को प्रभाव में ले सकता है।

अघी का कहना है कि भारत और अमेरिका के बीच भूराजनीतिक संबंध हैं। यह रिश्ता आर्थिक विषयों तथा भारतीय-अमेरिकी प्रवासियों से नजदीकी से जुड़ा है। यदि भारत तथा कनाडा के बीच कोई राजनयिक विवाद होता है तो भारत-अमेरिकी संबंधों पर उसका असर तो होगा ही। कनाडा में वर्तमान राजनीतिक समीकरणों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री के उक्त आरोप वहां की घरेलू राजनीति तथा अपना राजनीतिक अस्तित्व बनाए रखने के लिए खालिस्तानी प्रभाव वाली पार्टी की बैसाखी की जरूरत को देखते हुए लगाए गए हैं।

यूनाइटेड स्टेट्स—इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के सीईओ का कहना है कि प्रधानमंत्री त्रूदो को बैसाखी देने वाली एनडीपी पार्टी में सिखों की बहुतायत है। लेकिन खेद है कि अपनी घरेलू राजनीति को आगे रखने की बजाय राष्ट्रीय हित को अनदेखा कर दिया गया।सीईओ अघी ने माना कि आज भारत तेजी से उभरती ताकत है। भारत शिखर छूने के लिए जिम्मेदार ताकत जैसा बर्ताव करते हुए भू-राजनीति में अपना महत्व बढ़ाएगा।

Topics: trudeauKhalistannijjarmodiusispfखालिस्तानmukeshBharatIndiasikhamericaकनाडाcanadaTerroristPMभारतKhalistaniअमेरिका
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Mohd Nasheed PM Modi

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने की भारत की तारीफ, कहा- बिना मदद अर्थव्यवस्था हो जाती बर्बाद

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू

खालिस्तानी पन्नू करेगा 15 अगस्त पर शैतानी, तिरंगा जलाने और जनमत संग्रह की धमकी के साथ फैला रहा नफरती जहर

तकनीकी खराबी के कारण विमान पायलट के नियंत्रण से बाहर हो गया और स्कूल की इमारत से टकरा गया

Bangladesh Plane Crash पर PM Narendra Modi ने जताया शोक, हर संभव सहायता करने का दिया भरोसा

Representational Image

ब्रह्मपुत्र को बांध रहा कम्युनिस्ट चीन, भारत के विरोध के बावजूद ‘तिब्बत की मांग’ पूरी करने पर आमादा बीजिंग

मुजफ्फराबाद (पीओजेके) में ध्वस्त किया गया एक आतंकी अड्डा   (फाइल चित्र)

जिहादी सोच का पाकिस्तान आपरेशन सिंदूर में ध्वस्त अड्डों को फिर से खड़ा करेगा, 100 करोड़ में चीनी कंपनी से बनवाएगी सरकार

महान फिल्मकार सत्यजीत रे (बाएं) का पैतृक निवास

भारत की कूटनीति ने फिर मारी बाजी, अब नहीं टूटेगा Satyajit Ray का पैतृक घर, सरकार कमेटी बनाकर करेगी घर का पुन​र्निर्माण

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Combodia-Thailand Shiva Temple conflict

थाईलैंड-कंबोडिया में शिव मंदिर को लेकर जंग: क्या है पूरा मामला?

US Warn Iran to cooperate IAEA

अमेरिका की ईरान को चेतावनी: IAEA को परमाणु सहयोग दो या प्रतिबंध झेलो

बॉम्बे हाई कोर्ट

दरगाह गिराने का आदेश वापस नहीं होगा, बॉम्बे HC बोला- यह जमीन हड़पने का मामला; जानें अवैध कब्जे की पूरी कहानी

PM Modi meeting UK PM Keir Starmer in London

India UK Trade Deal: भारत और ब्रिटेन ने समग्र आर्थिक एवं व्यापारिक समझौते पर किए हस्ताक्षर, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

भारतीय मजदूर संघ की एक रैली में जुटे कार्यकर्त्ता

भारतीय मजदूर संघ के 70 साल : भारत की आत्मा से जोड़ने वाली यात्रा

Punjab Drugs death

पंजाब: ड्रग्स के ओवरडोज से उजड़े घर, 2 युवकों की मौत, AAP सरकार का दावा हवा-हवाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उधमसिंह नगर जिले में मां के साथ मतदान किया।

उत्तराखंड: पंचायत चुनाव का पहला चरण, लगभग 62 प्रतिशत हुई वोटिंग, मां के साथ मतदान करने पहुंचे सीएम धामी

संत चिन्मय ब्रह्मचारी को बांग्लादेश में किया गया है गिरफ्तार

हिंदू संत चिन्मय ब्रह्मचारी को नहीं मिली जमानत, 8 महीने से हैं बांग्लादेश की जेल में

आरोपी मोहम्मद कासिम

मेरठ: हिंदू बताकर शिव मंदिर में बना पुजारी, असल में निकला मौलवी का बेटा मोहम्मद कासिम; हुआ गिरफ्तार

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर

India UK FTA: भारत-ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर, जानिये इस डील की बड़ी बातें

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies