चंडीगढ़। पंजाब में गैंगस्टरों और खालिस्तानी आतंकियों की धरपकड़ जारी है। राज्य के मोहाली जिले के गांव खानपुर से सीआईए स्टाफ ने खालिस्तान टाइगर फोर्स को दो गुर्गों को काबू किया है। थाना सिटी खरड़ पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की पहचान मनदीप सिंह उर्फ दीपा (निवासी गांव ढुडीके, जिला मोगा) और सौरव कुमार उर्फ साबी (लुधियाना) के रूप में हुई है। पुलिस की ओर से इन दोनों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी।
पुलिस ने सिविल अस्पताल के पास नाका लगा रखा था। इस दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि उक्त आरोपी इस समय गांव खानपुर के कैप्टन चौक के पास घूम रहे हैं और किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर जाकर दबिश दी और दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस ने उसने वहां रुकने का कारण पूछा तो वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। इसके बाद इनकी तलाशी ली तो उनके पास से एक .32 बोर की पिस्टल और चार कारतूस मिले। इनसे पुलिस ने इन हथियारों के लाइसेंस के बारे में पूछा तो वे लाइसेंस नहीं दिखा पाए। पता चला है कि विदेश में बैठे गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के कहने पर वह इलाके में एक व्यक्ति को धमकी देने आए थे। वह इलाके की रेकी कर रहे थे और जल्द ही उस व्यक्ति को डराने-धमकाने वाले थे लेकिन उससे पहले पुलिस को उनके बारे में पता चल गया और वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
अर्शदीप यूएपीए के तहत वांछित है। वह आतंकी गतिविधियों, हत्या, जबरन वसूली के अलावा बड़े पैमाने पर ड्रग्स व हथियारों की तस्करी से भी जुड़ा हुआ है। वह मूल रूप से मोगा का रहने वाला है और अब कनाडा में रहता है। अर्श डल्ला पहले गैंगस्टर गतिविधियों में शामिल रहा और फिर आतंकी बन गया। 2022 में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद भारत सरकार ने जनवरी 2023 को उसे आतंकी घोषित कर दिया था।
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