खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के मामले में कनाडा के बेतुके और निराधार आरोपों पर विदेशमंत्री डॉ एस जयशंकर ने करारा जबाव दिया है। उन्होंने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रु़डो के आरोपों पर उन्हें जमकर लताड़ लगाई, साथ ही संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए। विदेशमंत्री ने कहा कि कनाडा में मानव तस्करी, हिंसा, अलगाववाद और आतंकवाद का कॉकटेल है, जो कि बहुत ही टॉक्सिक कॉम्बिनेशन है।
उन्होंने कनाडा पर भारत में अपराध कर आने आने वाले अपराधियों का संरक्षण करने का आरोप लगाया। जयशंकर के मुताबिक, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रु़डो अपनी राजनीतिक मजबूरियों के कारण लगातार भारत पर निराधार आरोप लगा रहे हैं। जबकि उनके आरोप निराधार हैं हमने उनसे सबूतों की माँग की है। हमें उनके सबूतों का इंतजार है। अगर कनाडा सबूत देता है तो हम उस पर विचार करेंगे। उल्लेखनीय है कि एस जयशंकर अमेरिका के 5 दिवसीय दौरे पर हैं और यहीं एक कायक्रम के दौरान उन्होंने कनाडा को जबाव दिया है।
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विदेशमंत्री एस जयशंकर कनाडा पर बरसते हुए कहा कि कनाडाई सरकार लगातार अपने देश में भारत विरोधी अलगाववादियों और आतंकियों को पाल रही है। वहाँ पर इस तरह के लोगों के लिए बहुत ही मुफीद माहौल उपलब्ध है। हमारे राजनयिकों को लगातार धमकाया जा रहा है। वो खतरे में हैं। अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन से इस मामले को लेकर भी बात हुई थी। कनाडा में हमारे लोगों पर लगातार हो रहे हमलों के कारण ही हमें कनाडा का वीजा रोकना पड़ा।
क्या है निज्जर मामला
गौरतलब है कि कनाडा में भारत में अपराध करने वालों को शरण मिल रही है। खुद जस्टिन ट्रुडो सरकार ऐसे तत्वों को संरक्षण दे रही है। इसका सबूत उस वक्त कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो ने दिया जब भारत में G-20 शिखर सम्मेलन के बाद कनाडा लौटने के बाद उन्होंने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या करने का आरोप भारतीय खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ पर लगाया था। ट्रुडो कहते हैं कि उनके पास सबूत हैं, लेकिन वो सबूतों को दिखा नहीं रहे हैं। निज्जर वही खालिस्तानी है, जिसे साल 2020 में भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया था। उसकी हत्या इसी साल 18 जून को कनाडा के ओटावा में कर दी गई थी।
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इसी आतंकी के लिए ट्रुडो का प्रेम उबाल ले रहा है। उन्होंने इसे पुराना भारत समझ लिया था, लेकिन अब का भारत उन्हें माकूल जबाव दे रहा है।
यूएन पर भी उठाए सवाल
विदेशमंत्री एस जयशंकर ने कनाडा के साथ ही संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीय पर भी सवाल खड़े किए हैं। यूएन पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि भारत ये बड़े ही आश्चर्य की बात है कि दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश आज सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं है। यकीनन संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता में कमी है। जयशंकर ने अफ्रीका को लेकर भी कहा कि 50 से अधिक देशों वाला महाद्वीप भी सुरक्षा परिषद में नहीं है।
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