मानव इतिहास में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी इस साल, वैज्ञानिकों ने बजाई खतरे की घंटी
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

मानव इतिहास में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी इस साल, वैज्ञानिकों ने बजाई खतरे की घंटी

दुनिया के सागरों का ताप भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते ताप का प्रभाव एशिया, अफ्रीका, अमेरिका जैसे देशों सहित विश्व के कमोबेश सभी महासागरों पर दिख रहा है

by WEB DESK
Sep 20, 2023, 04:45 pm IST
in विश्व
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जलवायु परिवर्तन का दंश पैना होता जा रहा है। लोग इस दंश का असर बहुत तेजी से महसूस करने लगे हैं। मौसम और ऋतु चक्र सब गड़बड़ा गए हैं। विश्व के अलग अलग हिस्से बाढ़, सूखे, अकाल, भूकंप, भूस्खलन जैसी आपदाओं और उससे हो रहे जानो—माल के नुकसान से त्रस्त हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों ने जो ताजा चेतावनी दी है उससे और लोग हैरान—परेशान हैं। विश्व मौसम विज्ञान संगठन के वैज्ञानिकों ने कहा है कि 2023 का साल इंसान के इतिहास का सबसे गर्म साल साबित होने जा रहा है।

यह प्रकट रूप में अनुभव भी किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, जुलाई 2023 में भयंकर गर्मी महसूस की गई थी। उसके फौरन बाद अगस्‍त महीना उससे भी गर्म रहा था। यूरोप भर में प्रचंड गर्मी से लोग बेहाल थे। दुनिया के सागरों का ताप भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते ताप का प्रभाव एशिया, अफ्रीका, अमेरिका जैसे देशों सहित विश्व के कमोबेश सभी महासागरों पर दिख रहा है।

वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि 2016 के बाद 2023 का साल रिकॉर्ड सबसे गर्म साल साबित हुआ है। वैज्ञानिकों ने कोयले, तेल तथा प्राकृतिक गैस को जलाने और प्राकृतिक अल नीनो चक्रवात के अतिरिक्त बोझ को जलवायु परिवर्तन की वजह बताया है। अल नीनो यानी प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों का अस्थायी रूप से गर्म होना, इसकी वजह से दुनियाभर में मौसम में बदलाव आता है। इस साल के शुरू में आरम्भ हुआ अल नीनो वैश्विक तापमान में गर्मी में बढ़ोतरी करने की एक बड़ी वजह माना जाता है।

विश्व मौसम विज्ञान संगठन का कहना है कि धरती के उत्तरी हिस्से में 2023 में अब तक सबसे अधिक गर्मी दर्ज की गई है। अगस्त महीने में रिकॉर्डतोड़ ताप महसूस किया गया था। डब्लूएमओ तथा यूरोपीय जलवायु सेवा कॉपरनिकस ने कहा है कि पिछले महीने अब तक की सबसे ज्यादा गर्मी मापी गई है। वैज्ञानिकों ने सचेत किया है कि लोगों को सावधानी बरतनी ही होगी क्योंकि 2023 मानव इतिहास का सबसे गर्म साल साबित होने जा रहा है।

गर्मी की बात करें तो इस साल का अगस्त महीना करीब 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तपा था। वैसे पिछले कई दशकों से 1.5 डिग्री सेल्सियस का ताप सीमा बना रहा था। लेकिन इस बार आंकड़ा इससे ऊपर जाता लगा था। डब्ल्यूएमओ और कॉपरनिकस का कहना है कि धरती का 70 प्रतिशत से अधिक भाग घेरने वाले महासागरों के बावजूद यह अगस्त महीना करीब 21 डिग्री सेल्सियस को छूते हुए अभी तक का सबसे गर्म महीना नापा गया था। गत तीन महीने लगातार भयंकर गर्मी से तपे हैं।

वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि 2016 के बाद 2023 का साल रिकॉर्ड सबसे गर्म साल साबित हुआ है। वैज्ञानिकों ने कोयले, तेल तथा प्राकृतिक गैस को जलाने और प्राकृतिक अल नीनो चक्रवात के अतिरिक्त बोझ को जलवायु परिवर्तन की वजह बताया है। अल नीनो यानी प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों का अस्थायी रूप से गर्म होना, इसकी वजह से दुनियाभर में मौसम में बदलाव आता है। इस साल के शुरू में आरम्भ हुआ अल नीनो वैश्विक तापमान में गर्मी में बढ़ोतरी करने की एक बड़ी वजह माना जाता है।

 

Topics: pacificclimateheatwaveगर्मअगस्तworldगर्मीeuropehotchangehottest2023weathertemperature
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Angela Markel

यूरोप में मुस्लिम शरणार्थियों के कारण जनसंख्या असंतुलन बढ़ा, लोग बोले-एंजेला मर्केल ने यूरोप को बर्बाद किया

Spain Job

स्पेन में पिछले 5 वर्षों में 71.4% नौकरियां गईं बाहरी लोगों को? लोगों में भड़का असंतोष

जेलेंस्की, पुतिन और ट्रंप के बीच जारी इन प्रयासों और यूरोपीय देशों की चिंताओं के बीच से क्या मार्ग निकलेगा?

Ukraine-Russia युद्ध खत्म करेंगे Trump और Putin या Macron की अगुआई में यूरोपीय देश करेंगे फैसला?

गुस्से में तमतमाए लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर 'दूतावास' विरोधी संदेश लिखे थे

सड़क पर उतरे London वाले, China के नए ‘जासूसी केन्द्र’ का विरोध, Europe में सबसे बड़े चीनी ‘दूतावास’ पर लटकी तलवार

ग्रूमिंग गैंग और यूरोप के राजनेताओं की राजनीति: राजनीति के लिए कुर्बान की बेटियाँ?

भारत के विदेश मंत्री जयशंकर

‘…तो रूस से कारोबारी संबंध खत्म क्यों नहीं कर लेता यूरोप’, जयशंकर की यूरोपीय देशों को दो टूक

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies