आज हिंदू राष्ट्र और हिंदुत्व की रक्षा की आवश्यकता है। भगवा ध्वज अग्नि की लौ के आकार का है।
गत दिनों काशी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, काशी मध्य भाग द्वारा रक्षाबंधन उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें वरिष्ठ प्रचारक श्री मुकुल कानिटकर ने कहा कि आज हिंदू राष्ट्र और हिंदुत्व की रक्षा की आवश्यकता है। भगवा ध्वज अग्नि की लौ के आकार का है। आदि-अनादि काल से इस भगवा ध्वज की छाया में ही राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हो पाई है।
वर्तमान में इंटरनेट, सोशल मीडिया के माध्यम से दुष्ट ताकतें भारत में द्वेष फैलाने का कार्य कर रही हैं, लेकिन हम सबको एक योद्धा के रूप में कार्य करना होगा और इस इंटरनेट, सोशल मीडिया को हथियार बनाकर वास्तविक तथ्यों को समाज के मध्य में रखना होगा।
उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल बहनों द्वारा भाई की कलाई पर राखी बांधना और उनकी रक्षा का संकल्प लेना मात्र नहीं है। उन्होंने वीरांगना कर्णावती का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार से कर्णावती ने विदेशी आक्रांताओं को सबक सिखाया, उससे यह स्पष्ट है कि यदि समाज धर्म के आधार पर चलने लगे तो किसी को किसी की रक्षा की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में इंटरनेट, सोशल मीडिया के माध्यम से दुष्ट ताकतें भारत में द्वेष फैलाने का कार्य कर रही हैं, लेकिन हम सबको एक योद्धा के रूप में कार्य करना होगा और इस इंटरनेट, सोशल मीडिया को हथियार बनाकर वास्तविक तथ्यों को समाज के मध्य में रखना होगा।
मंच पर काशी मध्य भाग के संघचालक डॉ. हेमंत उपस्थित रहे। कार्यक्रम में नाट्य मंचन के माध्यम से दर्शाया गया कि वीरांगना कर्णावती ने अकबर के दुश्चरित्र का शिकार होने से स्वयं को कैसे बचाया। इसमें नारी के प्रति अकबर की मानसिकता को भी उजागर किया गया।
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