राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व. लक्ष्मणराव तराणेकर जी आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी का प्रतिबिंब थे।
गत दिनों अगस्त को ग्वालियर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की प्रतिमा का अनावरण और ‘प्रेरणापुंज तराणेकर जी’ पुस्तक का विमोचन हुआ। यह पुस्तक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व. लक्ष्मणराव तराणेकर पर आधारित है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल के सदस्य श्री सुरेश सोनी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व. लक्ष्मणराव तराणेकर जी आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी का प्रतिबिंब थे। हेडगेवार जी और तराणेकर जी का जीवन एक जैसा था। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि एक बार नागपुर में आयोजित बैठक में भाग लेने जा रहे डॉ. हेडगेवार की गाड़ी खराब हो गई तो वे पैदल चलकर बैठक में पहुंचे। इसी तरह डबरा में आयोजित एक बैठक में शामिल होने जा रहे तराणेकर जी का भी वाहन रास्ते में खराब हो गया। समय के पाबंद तराणेकर जी पैदल चलकर बैठक में पहुंचे।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के श्री जगराम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श्री अनिल ओक आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में आद्य सरसंघचालक की प्रतिमा को नि:शुल्क बनाने वाले प्रख्यात मूर्तिकार प्रभात राय एवं निशिकांत मोघे को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रोत्थान न्यास ग्वालियर एवं श्री लक्ष्मणराव तराणेकर स्मृति शिक्षा समिति ग्वालियर ने किया था।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संगठन मंत्री श्रीधर पराडकर ने कहा कि तराणेकर जी कर्तव्य पथ पर चलते हुए ईमानदारी से जीवन जीने की प्रेरणा देते थे। उन्होंने बताया कि संघ कार्यालय में डाक से आने वाले पत्रों पर लगे टिकट पर जब मुहर नहीं होती थी तो कुछ कार्यकर्ता उसे दोबारा उपयोग में लाने के लिए छुटाते थे, लेकिन तराणेकर जी उन्हें कि यह कहकर रोक देते थे, यह देश के साथ धोखा करना है।
कार्यक्रम को शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के श्री जगराम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श्री अनिल ओक आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में आद्य सरसंघचालक की प्रतिमा को नि:शुल्क बनाने वाले प्रख्यात मूर्तिकार प्रभात राय एवं निशिकांत मोघे को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रोत्थान न्यास ग्वालियर एवं श्री लक्ष्मणराव तराणेकर स्मृति शिक्षा समिति ग्वालियर ने किया था।
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