जर्मनी के एक शहर में चर्च के पादरियों और कर्मचारियों को चर्च में लगे कम्युटर पर अश्लील फिल्में और वेसाइटें देखने के मामले का खुलासा होने के बाद से चर्च जाने वाले लोग हैरान हैं। इस बारे में एक विस्तृत जांच के बाद साफ हुआ है कि चर्च में इस तरह की हरकतें होने के पिछले लंबे वक्त से लगते रहे आरोप आखिरकार सही थे।
कोलोन शहर के इस चर्च में हुई जांच से सामने आया है कि पादरियों और वहां विभिन्न काम करने वाले कर्मचारियों ने कई मौकों पर अश्लील फिल्में देखने की कोशिश की थी, अश्लील वेबसाइटें खंगाली थीं।
जांच के नतीजे सामने आने के बाद से, कोलोन के ईसाई समुदाय में हैरानी और आक्रोश का मिलाजुला भाव देखने में आ रहा है। चर्च के अंदर पादरियों तथा कर्मचारियों के वहीं के कम्युटर पर पोर्न फिल्में देखने के आरोप जब हद से ज्यादा बढ़ गए तब अधिकारियों ने इस बारे में जांच करने का फैसला किया था, जिसकी रिपोर्ट अब सार्वजनिक की गई है। जर्मन मीडिया के अनुसार, यह चर्च कोलोन शहर में स्थित है, जहां गत एक साल से ज्यादा वक्त से ऐसा चलता आ रहा था। चर्च के कम्प्यूटर को अश्लील वेबसाइटें देखने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। पादरियों की इसमें संलिप्तता पाया जाना भी जांच की खास मांग करता था।
कोलोन के इस चर्च में ऐसा चल रहा है, इस बात का खुलासा सबसे पहले वहां के एक अखबार ‘कोल्नर स्टैड-एंज़ीगर’ ने किया था। पिछले साल जुलाई में उसने एक रिपोर्ट छापकर चर्च के करीब 15 कर्मचारियों के अश्लील फिल्में देखने की हरकत से पर्दा उठाया था। इसके बाद चर्च में लगे कम्प्यूटरों पर निगरानी रखी जाने लगी। इसमें जो पता चला उससे अधिकारी हैरान रह गए।
जांच रिपोर्ट बताती है कि उस चर्च में ऐसी हरकत एक—दो बार नहीं, बल्कि हजार से ज्यादा बार की गई थी। इस हरकत में जहां चर्च के बड़े अधिकारी संलिप्त रहे थे, बल्कि कर्मचारियों तक को उन्होंने इस काम में शामिल किया हुआ था।
कोलोन के इस चर्च में ऐसा चल रहा है, इस बात का खुलासा सबसे पहले वहां के एक अखबार ‘कोल्नर स्टैड-एंज़ीगर’ ने किया था। पिछले साल जुलाई में उसने एक रिपोर्ट छापकर चर्च के करीब 15 कर्मचारियों के अश्लील फिल्में देखने की हरकत से पर्दा उठाया था। इसके बाद चर्च में लगे कम्प्यूटरों पर निगरानी रखी जाने लगी। इसमें जो पता चला उससे अधिकारी हैरान रह गए। कोलोन डायोसिस की कैथोलिक न्यूज एजेंसी का बयान आया है कि इस मामले को पूरी गंभीरता से देखा जा रहा है। इस हरकत में इस चर्च के सबसे बड़े पादरी की भी संलिप्तता पाई गई है, जिससे स्थानीय ईसाई समुदाय के माथे पर बल पड़े हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि साल 2002 यानी पिछले साल ही रोमन कैथोलिक ईसाई पंथ प्रमुख पोप फ्रांसिस ने यह खुलासा करके सनसनी फैला दी थी कि चर्च में कई नन और पादरी तक पोर्न फिल्में देखते पाए गए हैं। उनकी इस बात को सुनकर तब ईसाई जगत में सन्नाटा पसर गया था, वे सकते में थे। उस वक्त पोप फ्रांसिस ने इस बात का माना था कि दुनिया भर में आम लोगों में जिस तरह पोर्न फिल्मों को लेकर एक शौक दिखता है, वैसा अब चर्च की नन और पादरियों में भी बहुत ज्यादा देखने में आ रहा है।
टिप्पणियाँ