Germany: चर्च में पादरी देख रहे थे अश्लील फिल्में, जांच में खुला मामला
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Germany: चर्च में पादरी देख रहे थे अश्लील फिल्में, जांच में खुला मामला

पिछले साल ही पोप फ्रांसिस ने यह खुलासा करके सनसनी फैला दी थी कि चर्च में कई नन और पादरी तक पोर्न फिल्में देखते पाए गए हैं

by WEB DESK
Aug 21, 2023, 12:00 pm IST
in विश्व
कोलोन चर्च

कोलोन चर्च

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जर्मनी के एक शहर में चर्च के पादरियों और कर्मचारियों को चर्च में लगे कम्युटर पर अश्लील फिल्में और वेसाइटें देखने के मामले का खुलासा होने के बाद से चर्च जाने वाले लोग हैरान हैं। इस बारे में एक विस्तृत जांच के बाद साफ हुआ है कि चर्च में इस तरह की हरकतें होने के पिछले लंबे वक्त से लगते रहे आरोप आखिरकार सही थे।

कोलोन शहर के इस चर्च में हुई जांच से सामने आया है कि पादरियों और वहां विभिन्न काम करने वाले कर्मचारियों ने कई मौकों पर अश्लील फिल्में देखने की कोशिश की थी, अश्लील वेबसाइटें खंगाली थीं।

जांच के नतीजे सामने आने के बाद से, कोलोन के ईसाई समुदाय में हैरानी और आक्रोश का मिलाजुला भाव देखने में आ रहा है। चर्च के अंदर पादरियों तथा कर्मचारियों के वहीं के कम्युटर पर पोर्न फिल्में देखने के आरोप जब हद से ज्यादा बढ़ गए तब अधिकारियों ने इस बारे में जांच करने का फैसला किया था, जिसकी रिपोर्ट अब सार्वजनिक की गई है। जर्मन मीडिया के अनुसार, यह चर्च कोलोन शहर में स्थित है, जहां गत एक साल से ज्यादा वक्त से ऐसा चलता आ रहा था। चर्च के कम्प्यूटर को अश्लील वेबसाइटें देखने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। पादरियों की इसमें संलिप्तता पाया जाना भी जांच की खास मांग करता था।

कोलोन के इस चर्च में ऐसा चल रहा है, इस बात का खुलासा सबसे पहले वहां के एक अखबार ‘कोल्नर स्टैड-एंज़ीगर’ ने किया था। पिछले साल जुलाई में उसने एक रिपोर्ट छापकर चर्च के करीब 15 कर्मचारियों के अश्लील फिल्में देखने की हरकत से पर्दा उठाया था। इसके बाद चर्च में लगे कम्प्यूटरों पर निगरानी रखी जाने लगी। इसमें जो पता चला उससे अधिकारी हैरान रह गए।

जांच रिपोर्ट बताती है कि उस चर्च में ऐसी हरकत एक—दो बार नहीं, बल्कि हजार से ज्यादा बार की गई थी। इस हरकत में जहां चर्च के बड़े अधिकारी संलिप्त रहे थे, बल्कि कर्मचारियों तक को उन्होंने इस काम में शामिल किया हुआ था।

कोलोन के इस चर्च में ऐसा चल रहा है, इस बात का खुलासा सबसे पहले वहां के एक अख​बार ‘कोल्नर स्टैड-एंज़ीगर’ ने किया था। पिछले साल जुलाई में उसने एक रिपोर्ट छापकर चर्च के करीब 15 कर्मचारियों के अश्लील फिल्में देखने की हरकत से पर्दा उठाया था। इसके बाद चर्च में लगे कम्प्यूटरों पर निगरानी रखी जाने लगी। इसमें जो पता चला उससे अधिकारी हैरान रह गए। कोलोन डायोसिस की कैथोलिक न्यूज एजेंसी का बयान आया है कि इस मामले को पूरी गंभीरता से देखा जा रहा है। इस हरकत में इस चर्च के सबसे बड़े पादरी की भी संलिप्तता पाई गई है, जिससे स्थानीय ईसाई समुदाय के माथे पर बल पड़े हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि साल 2002 यानी पिछले साल ही रोमन कैथोलिक ईसाई पंथ प्रमुख पोप फ्रांसिस ने यह खुलासा करके सनसनी फैला दी थी कि चर्च में कई नन और पादरी तक पोर्न फिल्में देखते पाए गए हैं। उनकी इस बात को सुनकर तब ईसाई जगत में सन्नाटा पसर गया था, वे सकते में थे। उस वक्त पोप फ्रांसिस ने इस बात का माना था कि दुनिया भर में आम लोगों में जिस तरह पोर्न फिल्मों को लेकर एक शौक दिखता है, वैसा अब चर्च की नन और पादरियों में भी बहुत ज्यादा देखने में आ रहा है।

Topics: germanyadultcatholicsitespriestveticanfilmsinvestigationworkersचर्चपोपchurchअश्लीलईसाईcolognereportpornpoperoman
Share11TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

women layer digitel arrest

महिला वकील को 9 दिन डिजिटल अरेस्ट में रखकर 3.25 करोड़ की साइबर ठगी: SC ने जताई चिंता

अमेरिका के आठ राज्यों से गिरफ्तार 11 संदिग्ध ईरानी नागरिक

America में घूम रहे Iran के भेजे ‘कॉन्ट्रैक्ट किलर्स’! कौन हैं 8 राज्यों से पकड़े गए ये 11 ईरानी नागरिक!

Gumla Ghar Wapsi in Sanatan Dharma

झारखंड: गुमला में ईसाई बने 8 परिवारों ने सनातन धर्म में की घर वापसी

dr Shyama prasad Mukharjee mystirious death

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु: एक अनसुलझी जांच

बैठक में उपस्थित ग्रामीण

ग्रामीणों ने किया ईसाई बने लोगों का बहिष्कार

Ahemdabad Plane crash

Ahmedabad Plane crash: अधिकारियों को मिला दूसरा ब्लैक बॉक्स, पता चलेगा हादसे का कारण

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies