ज्वर में कमजोरी से बचाता है खानपान
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम जीवनशैली

ज्वर में कमजोरी से बचाता है खानपान

ज्वर की स्थिति में बहुत कमजोरी महसूस होती है। खानपान पर विशेष ध्यान देकर इस कमजोरी से बचा जा सकता है और बीमारी से जल्दी मुक्ति पाई जा सकती है

by रूपाली करजगीर
Aug 4, 2023, 11:11 am IST
in जीवनशैली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

 

बरसात में बारिश के साथ उमस के काफी ज्यादा होने से यह जीवाणुओं के पनपने के लिए बहुत अनुकूल मौसम होता है। इस दौरान ज्वर या बुखार एक सामान्य सी तकलीफ है। ज्वर या बुखार अपने-आप में कोई बीमारी नहीं है, परंतु यह किसी बीमारी का लक्षण जरूर हो सकता है।

यदि हमें कोई रोग हो जाता है, तो उसे ठीक करने में जितना महत्व औषधियों का होता है, उतना ही महत्व हमारे खानपान का भी होता है। बरसात में बारिश के साथ उमस के काफी ज्यादा होने से यह जीवाणुओं के पनपने के लिए बहुत अनुकूल मौसम होता है। इस दौरान ज्वर या बुखार एक सामान्य सी तकलीफ है।

ज्वर या बुखार अपने-आप में कोई बीमारी नहीं है, परंतु यह किसी बीमारी का लक्षण जरूर हो सकता है। ज्वर उतरने पर बहुत कमजोरी महसूस होती है। खानपान पर विशेष ध्यान देकर हम ज्वर से बिना कमजोरी के उठ सकते हैं।
ज्वर तीन प्रकार के होते हैं-

  1. तीव्र ज्वर-इसमें बुखार अल्पावधि के लिए होता है जैसे टॉन्सिल, सर्दी, खांसी, छोटी माता, टाइफाइड इत्यादि। इसमें अवधि जरूर कम होती है, परंतु ज्वर की तीव्रता ज्यादा होती है।
  2. दीर्घकालीन ज्वर-इसमें तपेदिक जेसे ज्वर आते हैं जो लंबे समय तक तो रहते हैं, परंतु इनकी तीव्रता कम होती है।
  3. आवर्ती ज्वर-इसके अंतर्गत मलेरिया जैसे बुखार आते हैं जो कुछ अंतराल के बाद बार-बार आते हैं।

बुखार से शरीर में चयापचय (मेटाबॉलिज्म) संबंधी परिवर्तन होते हैं। तापमान बढ़ने पर चयापचय बढ़ जाता है। प्रोटीन का अपचय भी बढ़ जाता है। पाचन तंत्र में गतिशीलता कम हो जाती है, जिससे पोषकतत्वों का अवशोषण भी कम होता है। पसीने के रूप में शरीर से सोडियम, पोटेशियम, क्लोराइड, विटामिन सी तथा बी कॉम्प्लेक्स का ह्रास होता है। इस कारण शरीर को विशेष आहार की आवश्यकता होती है जो पोषक तत्वों की कमी को पूरा करे और साथ ही रोगों से लड़ने की शक्ति दे।

ज्वर में खानपान का ध्यान रखना और भी मुश्किल हो जाता है। क्योंकि इसमें जहां पोषक तत्वों की आवश्यकता बढ़ जाती है, वहीं भूख न लगना तथा खाने को मन न करना एक सामान्य शिकायत है। इसमें यदि उल्टी होने या जी मिचलाने जैसी शिकायतें हैं तो यह समस्या और भी बढ़ जाती है। खानपान का ध्यान रखने के लिए सबसे पहले रोगी का मुंह स्वच्छ रखना जरूरी होता है ताकि स्वाद का अच्छे से पता चले तथा भोजन ग्रहण किया जा सके। ताजे खीरे तथा टमाटर में नमक व नींबू लगाकर देने से भी स्वाद ग्रंथियां अच्छे से काम करती हैं।

अल्पावधि के लिए होने वाले तीव्र ज्वर में शुरुआत में जी मिचलाने जैसी पाचन संबंधी समस्याएं भी होती हैं। अत: इस ज्वर में शुरुआत के एक या दो दिन जब बुखार तेज होता है, हमें तरल पदार्थ ज्यादा लेने चाहिए। इसमें हम हल्दी वाला दूध, नारियल पानी, दाल का तथा चावल का पानी, सत्तू, कोकम शरबत, सब्जियों का सूप, जूस जैसे कई पौष्टिक तरल ले सकते हैं। ज्वर के थोड़ा कम होने तथा पाचन भी सामान्य लगने पर नरम खाना दिया जा सकता है। इसमें दाल, चावल, खिचड़ी, दलिया, इडली, उबली शकरकंदी, पके अंकुरित मूंग को शामिल किया जा सकता है।

दीर्घावधि वाले ज्वर में मुख्यत: प्रोटीन की मात्रा तथा ऊर्जा पर ध्यान देना आवश्यक होता है। दिन भर में हमारे तीन बड़े भोजन होते हैं – सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना तथा रात का खाना। इन सभी भोजन में प्रोटीन को शामिल करना जरूरी होता है, तभी शरीर की टूटफूट को तथा बुखार से हुई क्षति को पूरा किया जा सकता है। प्रोटीन में हम दालें, टोफू, दूध, पनीर, उबला अंडा, अंकुरित इत्यादि खाने में शामिल कर सकते हैं।

बुखार में पसीने के रूप में शरीर से पानी के साथ-साथ विटामिन सी, ए, बी, खनिज पदार्थ निकलते हैं। इसे पूरा करने के लिए भोजन में रसीले फल जैसे मौसम्बी, संतरा, आलूबुखारा, नींबू, टमाटर इत्यादि को शामिल करना चाहिए। हम दिन भर में कितना पानी पी रहे हैं, यह विशेष रूप से देखना चाहिए, क्योंकि पानी की कमी ज्वर में सामान्य है जिससे बचना होता है।

Topics: क्लोराइडcoldविटामिन सीTonsilsPotassiumCoughटॉन्सिलChoti Mataसर्दीTyphoidखांसीSodiumछोटी माताChlorideटाइफाइडVitamin Cसोडियमज्वर या बुखारपोटेशियम
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Heavy rainfall in Uttarakhand

उत्तराखंड: चारों धाम, मानसखंड, हेमकुंड साहिब बर्फ से ढके, देवभूमि में बीती रात से बारिश, ठंड बढ़ी

Ukraine facing energy problem in severe cold amid war with russia

रूसी हमलों से खंडहर में बदला यूक्रेन, सारे पॉवर स्टेशन तबाह, अब बेरहम सर्दी की मार झेलने को मजबूर

देश के इन इलाकों में अगले दो दिनों तक भीषण ठंड, फिर बारिश की संभावना

कालिंद, कालिंदी और कालिंदम्

प्रतीकात्मक चित्र

उत्तर भारत और दिल्ली में सर्दी का सितम, अभी राहत मिलने के आसार नहीं

प्रतीकात्मक चित्र

मौसम का हाल : देश में सबसे ठंडा रहा मध्यप्रदेश का नौगांव, माइनस एक डिग्री पहुंचा तापमान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies