रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार विधानसभा के मानसून सत्र में मॉब लिंचिंग विधेयक को फिर से लाने की तैयारी में है। कैबिनेट से पास किए जाने के बाद इसी सत्र में इसे लाया जाना है।
मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी "मॉब लीचिंग” पर फिर एक बार विधेयक लाने जा रहे हैं, पिछले विधेयक को राज्यपाल महोदय ने लौटा दिया था।
आखिर मुख्यमंत्री जी इस विधेयक के लिए इतना व्याकुल क्यों हैं? अगर मन में तनिक भी ईमानदारी है तो "धर्मपरिवर्तन रोकने" के लिए भी विधेयक लाइए। "लव जिहाद"…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) July 23, 2023
मरांडी ने सोशल मीडिया पर कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मॉब लिंचिंग पर फिर एक बार विधेयक लाने जा रहे हैं, जिसे पिछली बार राज्यपाल ने लौटा दिया था। बाबूलाल ने सवाल पूछते कहा है कि आखिर मुख्यमंत्री इस विधेयक के लिए इतना व्याकुल क्यों हैं। यदि उनके मन में तनिक भी ईमानदारी है तो कन्वर्जन रोकने को भी विधेयक लाना चाहिये। लव जिहाद से पूरा झारखंड खासकर संथालपरगना और संताल समुदाय तबाह हो रहा है। सरकार में दम है तो इस पर विधेयक लाए।
इधर सरकार का कहना है कि उन्मादी भीड़ द्वारा कानून को अपने हाथ में लेकर की जाने वाली हिंसा और हत्या गंभीर चिंता का विषय है। इस पर रोक जरूरी है, इसलिए यह विधेयक फिर से लाया जा रहा है। ताकि मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर रोक लग सके और दोषियों को दंडित किया जा सके।
गौरतलब है कि दिसंबर 2021 में विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भीड़ हिंसा रोकथाम और मॉब लिंचिंग निवारण विधेयक-2021 पास कराकर राज्यपाल को भेजा गया था, लेकिन तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस ने 18 मार्च 2022 को इस विधेयक को सरकार को लौटा दिया था।
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