कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक वंचित समुदाय के चेहरे पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में लघुशंका (पेशाब) करने की घटना पर भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खामोशी पर सवाल किया है। इस युवक के साथ मारपीट भी की गई है। पश्चिम मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक के पास इसकी लिखित शिकायत दी गई है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा है, “पश्चिम मेदिनीपुर के गढ़बेता विधानसभा अंतर्गत खूनबेरिया गांव के रहने वाले वरुण रुइदास वंचित समुदाय से हैं। पंचायत चुनाव संपन्न हो जाने के बाद ममता बनर्जी के गुंडे (सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता) उन्हें घर से उठाकर पार्टी दफ्तर में ले गए। उन्हें बेरहमी से पीटा और उनके चेहरे पर पेशाब कर दिया। उनका कसूर बस इतना था कि वह स्थानीय 75 नंबर बूथ पर भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट थे। इस अमानवीय कृत्य पर ममता बनर्जी की चुप्पी और पूरे मामले को दबाने में उनके प्रशासन की मिलीभगत भयावह है। यह सिर्फ राजनीतिक हिंसा नहीं है, बल्कि जातीय अत्याचार है, जो अपने आप में घृणित है।”
जानकारी के अनुसार बीते गुरुवार की रात पीड़ित युवक को सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपहरण किया। उसके बाद उसे गरबेटा में एक स्थानीय पार्टी कार्यालय में ले जाया गया, जहां उससे कथित तौर मारपीट की गई और अपमानित किया गया। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने उसके चेहरे पर पेशाब किया था। पीड़ित हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों में भाजपा की ओर से पोलिंग एजेंट था।
शुक्रवार देर शाम भाजपा कार्यकर्ता को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। पार्टी के उपाध्यक्ष समित दास के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार सुबह पीड़ित से मिलने अस्पताल गया, जहां पीड़ित ने आपबीटी सुनाई थी।
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