अमरोहा। यूपी की अमरोहा पुलिस ने लग्जरी कारों से गौतस्करी एवं गायों का वध कर दिल्ली-एनसीआर में मीट की सप्लाई करने वाले खतरनाक अपराधी गैंग पर शिकंजा कस दिया है। मुठभेड़ में कुख्यात गौतस्कर मोहसिन पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसके दो अन्य साथी भी पकड़े गए हैं। तस्कर गैंग में शामिल मुरादाबाद, संभल, दिल्ली के अपराधियों की तलाश में दबिशें जारी हैं।

अमरोहा पुलिस ने तस्कर गैंग के चंगुल से गाय व बछड़े को मुक्त करा लिया है, जिन्हें लग्जरी कार से वध को ले जाया जा रहा था। मुठभेड़ में कुख्यात गौतस्कर मोहसिन गोली लगने के बाद दो साथियों सहित पकड़ा गया, जबकि गैंग में शामिल आजम, दानिश और हनीफ की तलाश जारी है।
पुलिस के मुताबिक, तस्कर गैंग के बारे में सटीक सूचना मिलने के बाद थाना सैदनगरी इलाके में पुलिस और एसओजी ने एक कार की घेराबंदी की थी। कार सवार तस्करों ने पुलिस ने गोलियां चलाना शुरू कर दीं। जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर को पुलिस की गोली लग गई, जबकि उसके दो अन्य साथी भी मौके से दबोच लिए गए पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ में घायल तस्कर की पहचान मोहसिन निवासी मोहल्ला लाल बाग हसनपुर के रूप में हुई है, जो गिरोह का सरगना है। मोहसिन के खिलाफ विभिन्न थानों में तमाम संगीन आपराधिक मामले दर्ज चल रहे हैं।
मोहसिन गैंग में शामिल तस्कर ताबिर हुसैन और सोनू भी अवैध हथियार व पशुओं का वध करने वाले उपकरणों के साथ पकड़े गए हैं। उनके कब्जे से कार में भर ले जाए जा रहे गाय और बछड़े को मुक्त करा लिया गया है। पूछताछ में गौतस्करों ने बताया कि गिरोह में आकिल और आजम निवासी ग्राम ढक्का थाना सैदनगली जनपद अमरोहा हाल निवासी जाफराबाद दिल्ली, दानिश निवासी सैदनगली और हनीफ निवासी ग्राम फत्तेपुर थाना मैनाठेर जनपद सम्भल भी शामिल हैं। अपराधी गैंग के सदस्य अमरोहा व आसपास के इलाकों से गौवंशीय पशुओं को पकड़कर कारों में भर लेते थे और जंगल में उनका वध कर मीट लग्जरी गाड़ियों से दिल्ली-एनसीआर में ले जाकर बेच देते थे। पुलिस टीमें फरार आकिल, आजम, दानिश और हनीफ की तलाश में जुटी हैं।
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